-यमुनापार गांव-गांव में फैल रही बीमारी, दहशत में आए ग्रामीण

ALLAHABAD:

यमुनापार में बुखार का कहर जारी है। पिछले 24 घंटों में बीमारी की चपेट में आकर चार लोगों ने दम तोड़ दिया। बीमारी को लेकर ग्रामीण दहशत में हैं तो स्वास्थ्य विभाग लकीर पीटने का काम कर रहा है। होने वाली मौतों के बाद विभागीय टीमों को मौतों की जांच के लिए भेजा जा रहा है।

रास्ते में हो गई मौत

जारी के अतरसुइया गांव निवासी विश्वंभर नाथ की पुत्री सीमा (14)व धर्मपाल की बेटी आरती (16) को एक सप्ताह पहले ही बीमारी ने अपनी चपेट में लिया। क्षेत्र के ही झोला छाप डॉक्टर के यहां उनका इलाज चल रहा था। बुधवार को हालत बिगड़ने पर परिजन दोनों को जसरा के एक निजी अस्पताल लेकर जा रहे थे, पर रास्ते में उनकी मौत हो गई। एक ही गांव की दो छात्राओं के असमय मौत से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। इसी क्रम में जारी के ही गड़ैया कला गांव निवासी तेरसू की पत्‍‌नी विमला (40) ने भी बुखार की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। वह एक सप्ताह से बुखार से पीडि़त थी। ग्रामीणों का कहना है कि घर घर में बुखार फैला है, लेकिन शिकायत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग मौन साधे बैठा है।

12 साल के आदर्श की हुई मौत

भभोखर निवासी रामराज पाल के बेटे 12 वर्षीय आदर्श को भी कई दिन से बुखार आ रहा था। एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। हालत में सुधार न होने पर बुधवार को उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। गांव में बुखार ने घर घर दस्तक दी है। लोगों का इलाज नीम हकीमों के यहां चल रहा है। सूचना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी तक गांव में नहीं पहुंच सकी है।

शिविर लगाकर बांटी दवाईयां

हो-हल्ला मचने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गुरुवार को शंकरगढ़ के बवंधर गांव पहुंची। सीएचसी प्रभारी डॉ। जय किशन सिंह ने शिविर लगाकर मरीजों की जांच की व दवाएं बांटी। बुखार के मरीजों के खून जांच के लिए सैंपल भी लिया। उन्होंने बताया कि गांव में चार दर्जन से अधिक मरीजों की जांच कर उन्हें दवा वितरण की गई है।

झोलाछाप पर लगाम नहीं

एक ओर ग्रामीण इलाकों में बुखार से होने वाली मौतों का सिलसिला जारी है तो दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग नीम हकीमों पर लगाम लगाने में रुचि नहीं दिखा रहा है। मरीजों के शुरुआती इलाज में लापरवाही बरते जाने से उनकी हालत बिगड़ रही है। कई मामले सामने आने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहे हैं।

Posted By: Inextlive