- औघड़नाथ मंदिर में लगे हुए हैं 25 सीसीटीवी कैमरे

- 12 को शाम पांच से दस बजे तक जल अर्पित करने का मूहुर्त

- फूलों और लाइटों से सजेगा औघड़नाथ मंदिर

Meerut : शिवरात्रि को लेकर औघड़नाथ मंदिर में तैयारियां शुरू हो गई है। मौके पर मंदिर समिति प्रशासनिक कैंप से लेकर स्वास्थ्य कैंप, खोया-पाया कैंप कंट्रोल रूम भी बना दिया गया हैं। कैंपस में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था कर दी गई है। वहीं पुलिस और प्रशासन ने भी आसपास के इलाकों में कैमरे लगाए हैं। वहीं मंदिर को सजाने का काम भी शुरू हो गया है। मंदिर समिति के अनुसार चार लाख कांवडि़यों के जल अर्पित करने की उम्मीद की जा रही है।

पुलिस और प्रशासन चुस्त

जल अर्पित करने वाले दिन के लिए औघड़नाथ मंदिर समिति के अलावा प्रशासन, पुलिस, कैंट बोर्ड और आर्मी पूरी तरह से चुस्त हो गई है। औघड़नाथ मंदिर के आसपास आरएएफ, पुलिस और आर्मी के जवानों की तैनाती कर दी गई है। वहीं आसपास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरों भी फिट कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार इस बार बेहद टाइट सेक्योरिटी रहेगी।

सजावट का काम शुरू

12 तारीख के लिए औघड़नाथ मंदिर की सजावट की शुरूआत हो चुकी है। मंदिर के बार भक्तों और कांवडि़यों के मंदिर में प्रवेश करने के लिए बैरियर मार्ग तैयार कर दिए गए हैं। वहीं मंदिर समिति की ओर से चिकित्सालय, खोया-पाया कैंप, प्रशासनिक कैंप भी लगाया गया है। अगर किसी को कोई दिक्कत परेशानी होती है तो वहां जाकर संपर्क किया जा सकता है।

ये रहेगा जल का समय

मंदिर के मुख्य पुजारी श्रीधर त्रिपाठी ने बताया कि 12 अगस्त को सुबह 3 से 4 बजे तक भगवान शिव का श्रृंगार किया जाएगा। उसके बाद 4 बजे से आरती की जाएगी। 5 बजे से भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। उन्होंने कांवड़ जल अर्पित करने के लिए शुभ मुहुर्त शाम पांच बजे से रात 10 बजे तक रहेगा। पुजारी श्रीधर त्रिपाठी चार लाख कांवडि़यों के जल अर्पित करने का अनुमान लगा रहे हैं।

मंदिर सजावट हुई शुरू

मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि मंदिर के सजावट पर काम शुरू हो गया है। भगवान शिव मंदिर और राधा गोविंद मंदिर में फूल बंगला बनाया जाएगा। पूरे मंदिर में लाइटिंग लगाने का काम शुरू हो गया। वहीं मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाने का काम भी सोमवार से शुरू हो जाएगा।

वर्जन

करीब चार लाख कांवडि़यों के जल अर्पित करने की उम्मीद है। उनके लिए पूरी व्यवस्था कर दी गई है। वहीं जल अर्पित करने का टाइम 12 तारीख को शाम पांच बजे से दस बजे तक रहेगा।

- श्रीधर त्रिपाठी, मुख्य पुजारी, औघड़नाथ मंदिर

बॉक्स

ये रहेगा कांवडि़यों का रूट

- कांवडि़ये रुड़की रोड से होते मेफेयर हॉल से गुजरकर वोल्गा से होते हुए औघड़नाथ मंदिर की ओर से जा सकते हैं।

- दूसरा रूट बांबे बाजार से सर्कूलर रोड से होते हुए सर्वत्र चौक से औघड़नाथ मंदिर जाया जा सकता है।

- वहीं तीसरा रूट वेस्ट एंड रूट से होते हुए अन्नपूर्णा मंदिर पर मुड़कर दर्शन एकेडमी के सामने होते हुए औघड़नाथ मंदिर का रास्ता होगा।

टेंप्रेरेरी ट्वायलेट और पार्किंग

- कांवडि़यों के लिए टेंप्रेरेरी ट्वायलेट के गांधी बाग में होगी।

- वहीं टेंप्रेरेरी ट्वायलेट के लिए दूसरा स्पॉट औघड़नाथ मंदिर के पास नाले पर रखा गया।

- टेंप्रेरेरी पार्किंग के लिए मल्होत्रा एंक्लेव के पास स्पॉट सेलेक्ट किया गया है।

- वहीं टेंप्रेरेरी पार्किंग के लिए पब्लिक दर्शन एकेडमी के पास गाडि़यां को पार्क कर सकते हैं।

औघड़नाथ मंदिर में बनेगा कंट्रोल रूम

कैंट बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो इस बार पूरे कांवड़ मेले की व्यवस्था दो नोडल ऑफिसर बनाए गए हैं। सफाई से रिलेटिड सैनीटेशन सुप्रीटेंडेंट और पानी और बिजली की व्यवस्था के लिए सीईई को लगाया गया हैं। बाकी चार सेक्शन भी इन्हीं दोनों को रिपोर्ट करेंगे। मेडिकल सेंटर औघड़नाथ मंदिर के पास बनेगा। जिसमें एक डॉक्टर और चार पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा। वहीं 80 सफाई कर्मचारी दिन रात सफाई के लिए तैनात रहेंगे।

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शिवलिंग पर जल चढ़ाता एक नन्हा शिव भक्त।

औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर पब्लिक को राहत देने के लिए किया गया इंतजाम।

औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चार लाख कांवडि़ए चढ़ाएंगे जल।

Posted By: Inextlive