- बीआरडी मेडिकल कॉलेज की लापरवाही से पांच दिन तक घूमता रहा संक्रमित युवक

GORAKHPUR: गोरखपुर में कोरोना के केसेज बढ़ते जा रहे है। शुक्रवार को आरएमआरसी लैब से आई रिपोर्ट में लगातार दूसरे दिन गोरखपुर जिले में चार कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। इसमें एक सिटी के रसूलपुर मोहल्ले का 30 वर्षीय युवक है, जो 10 मई को मुंबई से आया था। जबकि, रजही, झरना टोला और कैंपियरगंज के भी एक-एक युवक पॉजिटिव मिले हैं। ये तीनों 13 मई को मुंबई से आए थे। इन्हें 14 मई को टीबी हॉस्पिटल में क्वारंटीन किया गया था। सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने बताया कि अब गोरखपुर में 14 केस हैं। इनमें से दो मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कैम्पियरगंज के युवक का सैंपल महराजगंज से आया था।

गोरखनाथ सील, पास कैंसिल

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोंगरवाल ने बताया कि संक्रमण फैलने से रोकने के लिए रसूलपुर के एक किमी के परिधि का क्षेत्र हॉट-स्पाट घोषित कर मुहल्ले से तीन किमी की सीमा को सील कर दिया गया है। लोगों को निकलने की इजाजत नहीं है। सभी मैनुअल और ऑनलाइन ई-पास निरस्त कर दिए गए हैं। रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति होम-डिलीवरी के माध्यम से होगी।

रिपोर्ट आई तो नींद से जागा प्रशासन

आरएमआरसी लैब से जैसे ही कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट निकलकर बाहर आई हड़कंप मच गया। सीएमओ ने बताया कि संक्रमित युवक 10 मई को मुंबई से आया था। वह सिटी के रसूलपुर मोहल्ले का रहने वाला है। कोरोना पॉजिटिव युवक की 12 मई को थोड़ी तबीयत खराब हुई तो वह 13 मई को बिलंदपुर खंता के चचेरे भाई के साथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज के फ्लू कॉर्नर ओपीडी में जांच के लिए गया था। जहां उसे दवा देकर घर भेज दिया गया। इसके बाद 14 मई को फिर तबीयत बिगड़ी तो वह चाचा और चचेरे भाई के साथ मेडिकल कॉलेज में जांच कराने गया। जहां उसका नमूना लेकर घर भेज दिया गया। इस बीच वह सिटी में घूमता रहा। नमूना लेने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। तबीयत खराब होने के बाद भी उसे क्वारंटीन नहीं कराया गया, बल्कि होम क्वारंटीन की सलाह दी गई। देर रात जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो बीआरडी प्रशासन नींद से जागा और इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। देर रात पुलिस और हेल्थ टीम घर पहुंची और भर्ती कराया। साथ ही बहन और चाचा के परिवार को भी क्वारंटीन कर दिया गया।

Posted By: Inextlive