ALLAHABAD: ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई थी. लेकिन इस बार लापरवाही की हद पार हो गई थी. यही कारण था कि ऑफिसर ने इन्हें लापरवाही के साथ षडय़ंत्र रचने का दोषी माना और संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराकर ट्यूजडे को सब इंस्पेक्टर संजय सिंह और तीन कांस्टेबल को जेल भेज दिया.


आईपीसी की धारा 221 बनी घातकएक्चुअली पुलिस कस्टडी से अपराधियों के भागने पर ड्यूटी पर लगे पुलिसवालों पर भी कार्रवाई होती है। विभागीय कार्रवाई के तहत उसे लाइन हाजिर या सस्पेंड किया जाता था और कानूनी कार्रवाई के तहत संबंधित थाने में उसके खिलाफ भी आईपीसी की धारा 222 व 223 के तहत रिपोर्ट दर्ज होती है। इन दोनों धाराओं में पुलिस को राहत मिल जाती थी। दोनों धाराओं में विभाग का मामला होने से थाने से ही जमानत मिल जाती थी। इस बार ऐसा नहीं हुआ। पुलिस ऑफिसर ने इसे षडय़ंत्र माना और इन पर आईपीसी की धारा 221 भी लगी। इसमें दस साल तक की सजा का प्रावधान है। कोर्ट से भी नहीं मिली जमानत
पुलिस रिकार्ड के अनुसार फरार हुए दसों बदमाशों के साथ सब इंस्पेक्टर डॉ। संजय सिंह, आरक्षी अजय कुमार, विजय सिंह और कृष्ण पाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 221, 222, 223 और 224 के तहत रिपोर्ट है। पुलिस ने इन चारों को कोर्ट में पेश किया तो पुलिस को झटकाा। कोर्ट ने जमानत अर्जी नामंजूर करते हुए उन्हें जेल भेजने का आदेश दे दिया।भाई लोग तो पहुंचे ही नहीं थे


इस मामले में सबसे ज्यादा झटका सब इंस्पेक्टर संजय सिंह को लगा। एक्चुअली उसके साथ ड्यूटी पर लगे पुलिस कांस्टेबल नैनी जेल पहुंचे ही नहीं थे। तीनों सीधे कोर्ट कैंपस पहुंच गए। ऑफिसर ने पूछा तो उन्होंने सफाई दी कि वे जेल पहुंचने में थोड़ा लेट हो गए। कोई खाना खाने का बहाना कर रहा था तो कोई बाल कटवाने का। पुलिस सोर्सेज की मानें तो पुलिस लाइंस से पुलिस वालों की ड्यूटी नैनी जेल जाकर कैदियों को लाने के लिए लगती है। लेकिन, ज्यादातर गोला दे जाते हैं। वे नैनी जेल पहुंचते ही नहीं है। सीधे कोर्ट कैंपस में बने लॉक अप में पहुंच जाते हैं। जेल में स्पेशल व्यवस्थाट्यूजडे इवीनिंग सब इंस्पेक्टर संजय सिंह और तीनों कांस्टेबल नैनी सेंट्रल जेल पहुंच गए। वहां पर उनके रहने के लिए स्पेशल व्यवस्था की गई है। ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि वे अपराधी नहीं हैं या खाकी वाले हैं बल्कि इसलिए क्योंकि सामान्य कैदियों के साथ उन्हें रखने पर विरोध हो सकता है। जेल अधीक्षक अम्ब्रीश गौड़ ने बताया कि सिक्योरिटी रीजंस के चलते उन्हें स्पेशल बैरक में रखा गया है।

Posted By: Inextlive