JAMSHEDPUR: जमशेदपुर कोर्ट परिसर बुधवार दोपहर गोलियों से दहल उठा। बदमाशों ने लगभग क्ब् राउंड फाय¨रग की। एकबारगी लगा कि एक-ब्7 से गोलियां चल रही हों। इस दौरान उपेंद्र सिंह को कमर के पास और सिर में सटा कर दो गोली मारी। बताया जा रहा है कि उपेंद्र सिंह को पांच गोलियां मारी गई थीं। हमलावर पर उपेंद्र सिंह के अंगरक्षकों व सहयोगियों ने हमला किया, खुद को बचाने के लिए हमलावरों ने कई राउंड गोलियां चलाई।

मोगली को मारने पर उतारू थे समर्थक

उपेंद्र सिंह को गोली मारने वाले मोगली उर्फ विनोद भी फाय¨रग और भीड़ के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस उसे टीएमएच के इमरजेंसी वार्ड में लेकर पहुंची। वहां उपेंद्र सिंह के समर्थक प्रवेश कर गए। पुलिस की उपस्थिति में उसे जान से मारने का प्रयास करने लगे। विरोध पर पुलिस से समर्थकों ने नोक-झोंक शुरू कर दी। पुलिस से उलझ गए।

जब थाना प्रभारी ने निकाली पिस्तौल

मोगली को जिस बेड पर इलाज पर रखा गया था। भीड़ उसे घेरते जा रही थी। उलीडीह थाना प्रभारी विनोद पासवान उससे पूछताछ का प्रयास कर रहे थे। भीड़ की घेराबंदी देखकर विनोद पासवान ने सर्विस रिवाल्वर निकाली। तब जाकर सभी को हट जाने को कहा।

हमें चंद्रगुप्त सिंह चाहिए

उपेंद्र सिंह का शव शाम ब्.क्भ् बजे के करीब टीएमएच के इमरजेंसी वार्ड से बाहर निकाला गया। पुत्र अजय शव के पास ही खड़ा था। इस दौरान शव को घेरे खड़ी भीड़ चीख-चीख कर कह रही थी। हमें चंद्रगुप्त सिंह (अखिलेश सिंह के पिता) चाहिये। शेर को मारा है। मारा जाएगा। इस दौरान खुद को चुन्ना सिंह का भाई बताने वाले युवक एवं भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने बागबेड़ा थाना प्रभारी जितेद्र ठाकुर से उलझने का प्रयास किया। पुलिस सिब्बल को खींचने की कोशिश की। भीड़ पुलिस को भला-बुरा कहती रही।

पुलिस से उलझी भीड़

टीएमएच में खुद को मोतीहारी जिले के चुन्ना सिंह का भाई और उपेंद्र ंिसह का ममेरा भाई बताते हुए एक युवक और सहयोगियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। आरोप लगाते रहे कि पुलिस के कारण ही उपेंद्र सिंह की हत्या हो गई। अखिलेश सिंह को पुलिस वाले तरजीह देते हैं। बाबू भैया कहते हैं। उसे स्कार्ट कर पुलिस घर पहुंचाती है। कोर्ट कैंपस में उपेंद्र सिंह जैसे व्यक्ति मारा जाता है। पुलिस खड़ी होकर देखती है।

शव के साथ समर्थक टीएमएच से निकले बाहर

स्टेचर पर उपेंद्र सिंह का शव लेकर समर्थक टीएमएच की ओपीडी गेट से बाहर निकले। सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की। इसके बाद गेट को बंद कर दिया। हॉस्पिटल के मेन गेट और रास्ते को बंद कर दिया गया। सुरक्षाकर्मियों के कंट्रोल रूम में तोड़फोड़ की। टीएमएच गेट के बाहर खड़े ऑटो और वाहनों में तोड़फोड़ की गई। गेट बंद कर दिए जाने से एंबुलेंस, आम लोग और डॉक्टर्स के वाहनों का आवागमन ठप्प हो गया। टीएमएच के बाहर भीड़ उत्पात मचाती रही।

सिटी एसपी ने भीड़ को खदेड़ा

जानकारी पर सिटी एसपी प्रशांत आंनद, विधि व्यवस्था डीएसपी विमल कुमार, जुगसलाई इंस्पेक्टर लक्ष्मण प्रसाद समेत अन्य अधिकारी पुलिसकर्मियों के साथ बाहर निकले। भीड़ पर लाठी चार्ज कर खदेड़ दिया। इसके बाद गुरमुख सिंह मुखे, अमित राय, उपेंद्र सिंह के पुत्र अजय समेत अन्य लोग उपेंद्र सिंह के शव को वापस टीएमएच के भीतर ले गए। वहां शव को शीतगृह में रखवाया।

व्रज वाहन, बस और कार पर हमला

टीएमएच के भीतर और बाहर से भीड़ को हटा पुलिस वापस लौट गई। इस बीच टीएमएच गोलचक्कर के पास भीड़ ने कार, बस और वज्र वाहन पर हमला बोल दिया। जिससे वहां भगदड़ मच गई। सिटी एसपी के नेतृत्व में पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और भीड़ को तितर-बितर कर दिया।

Posted By: Inextlive