RANCHI: आइए, आपका इंतजार है फिल्म विजयपथ के इस मशहूर गाने की तर्ज पर झारखंड विधानसभा अपने विधायकों का वेलकम करने के लिए पूरी तरह तैयार है। आज से झारखंड की चौथी विधानसभा का पहला चार दिवसीय सत्र शुरू हो रहा है। विधानसभा में जब ये विधायक प्रवेश करेंगे, तो उनके चेहरे पर जहां इस बात की खुशी होगी कि लोकतंत्र के इस मंदिर के लिए इस बार जनता ने उन्हें चुना है। वहीं, विधानसभा भवन को उन चेहरों की कमी भी खलेगी, जो कई सालों से इस सदन को अपनी मौजूदगी से खास बनाते रहे हैं। लेकिन, वो चर्चित चेहरे इस बार सदन में नहीं दिखेंगे, क्योंकि जनता ने उन्हें इस बार चुनाव में नकार दिया है।

अर्जुन मुंडा को तलाश रही होंगी निगाहें

विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता फिर मुख्यमंत्री और फिर विपक्ष के नेता, एक नहीं बल्कि कई भूमिकाओं में झारखंड विधानसभा में लंबे समय तक रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता इस बार झारखंड विधानसभा में नहीं दिखेंगे। ऐसे में सदन में उनकी कमी खलेगी। झारखंड में सबसे ज्यादा दिनों तक मुख्यमंत्री रहे अर्जुन मुंडा इस बार विधानसभा चुनाव हार गए हैं। यह पूछने पर कि झारखंड विधानसभा सत्र को अर्जुन मुण्डा कितना मिस करेंगे, उनका जवाब था कि लोकतंत्र में हार-जीत तो लगी रहती है। मैं यही चाहूंगा कि जो भी सदस्य विधानसभा में चुनकर आए हैं, वो संसदीय परंपरा का पालन करते हुए सदन की गरिमा के साथ जनता की आवाज बने। झारखंड की जनता ने उन्हें जिस उम्मीद के साथ चुनकर भेजा है, उसपर खरा उतरने की कोशिश करें।

सुदेश का मुस्कुराता और गंभीर चेहरा खोजेगा सदन

झारखंड विधानसभा के गठन से लेकर पिछले तीसरे विधानसभा तक आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो भी लगातार इस सदन के सदस्य रहे। मंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री तक के रूप में वह सदन में दिखते रहे। विधानसभा सत्र के दौरान सत्ता में रहते हुए विपक्ष के सवालों पर मंद-मंद मुस्कराने वाले और विपक्ष में रहते हुए जनता के सवालों पर काफी गरिमा और गंभीरता के साथ कटाक्ष करने वाले सुदेश कुमार महतो भी इस बार इस सदन में जब नहीं दिखेंगे, तो लोगों को उनकी याद जरूर आएगी।

Posted By: Inextlive