- 9 लोगों का गैंग फर्जी वेबसाइट से तलाशता था युवाओं को

- फिर फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर देकर कराते थे फर्जी ट्रेनिंग

- रेलवे के एक अधिकारी के घर में चल रहा था ट्रेनिंग सेंटर

LUCKNOW: यूपी एसटीएफ ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह एक फर्जी वेबसाइट के जरिये युवाओं को फंसाता था। फिर रेलवे की ओर से फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर थमाकर उन्हें ट्रेनिंग तक दिलाया करता था। इसके बदले वह प्रति युवा से साढ़े तीन लाख रुपये वसूलता था। इस गिरोह में रेलवे के एक बड़े अधिकारी के शामिल होने की बात कही जा रही है। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।

एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने बताया कि फर्जी वेबसाइट के थ्रू भर्ती की जा रही थी और अप्वाइंटमेंट लेटर देकर बकायदा ट्रेनिंग भी करायी जा रही थी। उन्होंने बताया कि आलमबाग स्थित रेलवे कालोनी के मकान नंबर टी 26 में छापेमारी कर इसका भंडाफोड़ किया गया है। यहां फर्जी तरीके से ट्रेनिंग सेंटर चलाया जा रहा था। एसटीएफ ने ऐसे नौ लोगों को अरेस्ट किया है। पकड़े गए लोगों के पास से भारी मात्रा में रेलवे के फर्जी कागजात मोहर और अन्य सामान बरामद हुये हैं। एसटीएफ पकड़े गये लोगों से पूछताछ कर रही है।

ऐसे करते थे तलाश

एडीशनल एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि जालसाज रेलवे नेटवर्क आफ इंडिया के नाम से फर्जी ट्रेनिंग सेंटर में ठगी का शिकार लोगों को ट्रेनिंग दे रहे थे। उन्होंने बताया कि जालसाज अपना शिकार www.rrb.co.in के थ्रू लोगों को फंसाते थे। साथ ही, कुछ को सीधे फॉर्म भरवा कर भर्ती कराने का दावा करते थे।

25 हजार रुपये का किराये पर लिया था घर

त्रिवेणी सिंह ने बताया कि जिस घर में ट्रेनिंग सेंटर चल रहा था वह रेलवे के एक अधिकारी को अलॉट था। इस घर को 25 हजार रुपये प्रतिमाह के किराये पर लिया गया था। इसी घर में ठगी के शिकार लोगों को तीन माह की ट्रेनिंग करायी जा रही थी। एसटीएफ ने जिन नौ लोगों को अरेस्ट किया है उनमें संचालक दिलीप सिंह, सह संचालक कुणाल श्रीवास्तव, टीचर मुकेश कुमार, रौशन कुमार, एजेंट राजेश शर्मा, राजीव, जितिन और अशोक कुमार शामिल है।

Posted By: Inextlive