केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े का मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है.


dehradun@inext.co.inNAINITAL: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े का मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है। कोर्ट ने सरकार को याचिका में उठाए बिन्दुओं पर एक सप्ताह में पक्ष रखने को कहा है। साथ ही सरकार से पूछा है कि इस मामले में अब तक क्या कदम उठाए गए हैं।

फर्जीवाड़े और घोटाले का लगाया आरोप
ऊधमसिंह नगर जिले काशीपुर निवासी मुनिदेव विश्नोई ने याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े के साथ ही घोटाले को अंजाम दिया गया है। इस योजना के तहत सरकारी अस्पतालों ने इनपैनल अस्पतालों के लिए ऐसे लोगों को रेफर कर दिया, जिनकी बीमारी की कोई जानकारी नहीं है और न ही रेफर होने वाले का पता है। याचिका में काशीपुर क्षेत्र के केलाखेड़ा अस्पतपाल का हवाला देते हुए कहा गया कि कुछ ही दिनों में इस अस्पताल से 47 लोगों को इनपैनल अस्पतालों के लिए रेफर कर दिया गया, जबकि उनकी न बीमारियों का पता है, न ही अस्पताल में कोई डॉक्टर है। वेडनसडे को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने मामले को सुनने के बाद सरकार को याचिका में उठाए बिन्दुओं पर अपना पक्ष रखने को कहा है।

Posted By: Inextlive