केस : 1

माप तोल डिपार्टमेंट ने नंगला शुगर मिल के सिसौली गन्ना खरीद केंद्र पर छापा मारा और देखा तो किसानों के गन्ने में घटतौली का खुला खेल जारी है। जांच में पाया गया तो 2 टन के गन्ने में 30 किलो का अंतर देखने को मिला है।

केस : 2

रजपुरा बी गन्ना खरीद मिल दौराला शुगर मिल के अंडर में आता है। माप तोल डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने छापा मारा था। वहां बड़े पैमाने पर घटतौली का खुला खेल जारी था। अधिकारियों को 3 टन पर 70 किलो का अंतर मिला।

केस : 3

मवाना शुगर मिल के अंडर में आने वाले चौला ए गन्ना खरीद केंद्र पर बड़े पैमाने पर घटतौली का खेल सामने आया है। जिला मापतौल डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने जांच की तो 3 टन पर 60 किलो का अंतर देखने को मिला।

- माप तौल डिपार्टमेंट ने जिले के 3 खरीद केंद्रों पर मारे छापे

- तीनों केंद्रों पर 30 से 70 किलो तक की हो रही है घटतौली

- किसानों को गन्ना खरीद में लगाया जा रहा है चूना

- जिले में मौजूद हैं 510 गन्ना विक्रय केंद्र

sharma.saurabh@inext.co.in

Meerut : मेरठ के किसानों की हमेशा से ही शिकायत रही है कि गन्ना खरीद केंद्रों में किसानों के साथ ज्यादती की जाती है। केंद्रों में घटतौली से किसानों को लगातार किया जा रहा है। ऊपर दिए तीनों ही उदाहरण इस बात का प्रमाण हैं कि किसानों के साथ लूट का खेल सरकारी केंद्रों पर लगातार चल रहा है। जिसे रोकने वाला कोई नहीं है। जब इस बात को एक किसान उठाता है तो कोई अधिकारी ठीक से सुनने को तैयार नहीं होता।

11 लाख कुंतल पर डे

जिले में गन्ना खरीद केंद्रों की बात करें तो उनकी संख्या 510 हैं। 7500 टन गन्ने पर एक केंद्र की स्थापना की जाती है। अगर शीघ्र पेराई सत्र की बात करें तो मेरठ के नवंबर और दिसंबर दो महीनों में 11 लाख कुंतल पर डे इन केंद्रों पर आता है। अगर बात किसानों को भुगतान की करें तो प्रति कुंतल गन्ना 280 रुपए किया जाता है।

20 से 28 हजार कमाई

प्राप्त जानकारी के अनुसार एक गन्ना खरीद केंद्र पर रोजाना 2 हजार कुंतल गन्ना तौला जाता है, जिसमें केंद्रों के अधिकारी और कर्मचारी 100 कुंतल गन्ने में हेरफेर कर देते हैं। जिला माप तौल अधिकारी की मानें तो कर्मचारियों के हाथों में डंडी होती है। जिसे वो कांटे में ऐसे मारते हैं, जिससे किसी को शक नहीं होता है। अगर एक केंद्र में 100 कुंतल का टांका यानि किसान को एक केंद्र पर 20 से 28 हजार रुपए का घाटा उठाना पड़ रहा है।

फैक्ट्स एंड फिगर

- जिले में गन्ना खरीद केंद्रों की संख्या 510

- हर रोज सभी केंद्रों पर 11 लाख कुंतल गन्ने की होती है तौल।

- हर केंद्र पर डेली औसतन 2 हजार गन्ने की होती है तौल

- हर केंद्र कुल तौल क 5 फीसदी का होता है हेरफेर

- एक केंद्र पर किसान 100 कुंतल के हिसाब से 20 से 28 हजार रुपए का होता है नुकसान।

तीनों केंद्रों पर विधिक माप विधान अधिनियम 2009 की धारा 30 के अंतर्गत मामला निरुद्ध किया गया। जिसकी रिपोर्ट मंडल के जिला मापतौल डिपार्टमेंट डिप्टी कंट्रोलर को भेज दी गई है। इस मामले में उन्हीं को कार्रवाई करने का अधिकार है।

-मनोज कुमार

सीनियर इंस्पेक्टर, जिला मापतौल डिपार्टमेंट

Posted By: Inextlive