- साइबर क्राइम सेल और विभूतिखंड पुलिस ने आरोपियों को दबोचा

- विभूतिखंड के साइबर हाइट्स में बनाया था दफ्तर

LUCKNOW :

विभूतिखंड स्थित लेवाना साइबर हाइट्स में जालसाजों ने दफ्तर खोलकर कई व्यापारियों को लैपटॉप ऑर्डर किये। डिलीवरी के वक्त फर्जी चेक थमाया। चेक बाउंस होने पर जब भुक्तभोगी व्यापारियों ने अपनी रकम मांगी तो जालसाज दफ्तर में ताला बंद कर फरार हो गए। भुक्तभोगियों की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। आखिरकार, साइबर क्राइम सेल और विभूतिखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने दो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया।

ठगी के लिये खोला दफ्तर

साइबर क्राइम सेल के नोडल ऑफिसर अभय कुमार मिश्र के मुताबिक, जालसाजों ने विभूतिखंड स्थित लेवाना साइबर हाइट्स बिल्डिंग में अवंत गार्ड इंडिया नाम से दफ्तर खोला। जालसाजों ने दफ्तर के नाम से ही एक मोबाइल नंबर भी लिया। बीती 30 मई को जालसाजों ने लेखराज मेट्रो स्टेशन के करीब स्थित कंप्यूटरेट नामक एजेंसी से 15 ब्रांडेड लैपटॉप का ऑर्डर किया। एजेंसी के मालिक मोहित गर्ग के मुताबिक, देरशाम उन्होंने लैपटॉप डिलीवर कर दिये। इस पर कंपनी के मयंक बैरवा ने उन्हें कॉरपोरेशन बैंक विशेष खंड गोमतीनगर ब्रांच का 3.12 लाख रुपये का चेक थमा दिया। जब उन्होंने चेक को बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया। इसी तरह लालबाग के श्री चैंबर स्थित इंफोशॉपी नामक एजेंसी से भी जालसाजों ने 15 लैपटॉप का ऑर्डर दिया। डिलीवरी के वक्त उन्हें 3.45 लाख रुपये का चेक थमा दिया। जो एक जून को बाउंस हो गया। इसके अलावा चार अन्य एजेंसियों को भी जालसाजों ने इसकी तरह चपत लगाई।

दफ्तर में लटका मिला ताला

चेक बाउंस होने पर व्यापारियों ने जालसाजों पर दबाव बनाया। जिस पर उन्होंने दफ्तर से लैपटॉप वापस ले जाने को कहा। सभी व्यापारी छह जून को लैपटॉप वापस लेने कंपनी के दफ्तर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। दफ्तर के दरवाजे पर ताला लटका था। पड़ताल में पता चला कि यह दफ्तर कई दिन से खुला ही नहीं। ठगे जाने का अहसास होने पर पीडि़तों ने विभूतिखंड थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। सोमवार को साइबर क्राइम सेल ने सर्विलांस की मदद से व्यापारियों को चूना लगाने वाले जालसाज गुरुग्राम निवासी नितिन भारद्वाज और जयपुर निवासी नाथू बैरवा को विभूतिखंड एरिया से अरेस्ट कर लिया। डीएसपी मिश्र ने बताया कि नितिन व नाथू गैंग के सरगना हैं। उनका नेटवर्क यूपी के अलावा दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा व राजस्थान में भी है। उन्होंने इन राज्यों में भी ठगी की है। अब पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी में जुट गई है।

Posted By: Inextlive