फर्जी अफसर बनकर हड़का रहा था, गिरफ्तार
जामताड़ा के जिला शिक्षा अधिकारी ने धुर्वा थाना में दर्ज कराई थी कंप्लेन
आरोपियों ने शिक्षा अधिकारी पर घूस लेने का लगाया आरोप RANCHI : निगरानी आईजी के नाम पर जामताड़ा जिले के जिला शिक्षा अधिकारी का भयादोहन करनेवाले दो लोगों को धुर्वा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उनका नाम सत्येंद्र सिंह और अनिल पांडेय है। इन दोनों के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी कनन महापात्रे ने एफआईआर दर्ज करा दी है। यह है मामला कनन महापात्रे ने पुलिस को बताया कि उन्हें कभी मुख्यमंत्री के नाम पर तो कभी निगरानी आईजी तो कभी डीजीपी के नाम पर वे दोनों ब्लैकमेल करने की कोशिश करते थे। फोन से रुपए की डिमांड की जाती थी। ऐसे में इनके खिलाफ धुर्वा थाने में एफआईआर दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को पकड़ लिया। तबादला कर कमाए हैं करोड़ो रुपएदूसरी तरफ पकड़े गए सत्येंद्र और अनिल ने जगन्नाथपुर पुलिस को बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर रहते हुए कनन महापात्रे ने टीचर्स के तबादले के एवज में करोड़ो रुपए कमाए हैं। इस बात की जानकारी मिलने के बाद उनके खिलाफ निगरानी में शिकायत दर्ज कराने की बात उन्हें कही तो उन्होंने ही हमारे खिलाफ धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कराकर गिरफ्तार करा दिया।
निगरानी डीएसपी बने बीएन सिह सात डीएसपी का तबादला किया गया है। इसकी नोटिफिकेशन शुक्रवार को गृह विभाग से जारी की गई। इसके तहत प्रभात रंजन बरवार को पलामू मुख्यालय डीएसपी-2 से विशेष शाखा, हीरालाल रवि को हजारीबाग कंपोजिट कंट्रोल रूम से डीएसपी मुख्यालय-2 पलामू में पदस्थापित किया गया है। जैप वन में पोस्टेड डीएसपी विजय कुमार को एसटीएफ में भेजा गया है। वशिष्ठ नारायण सिंह, विधि व्यवस्था डीएसपी जमशेदपुर, प्रा। रंजन कुमार, विशेष शाखा डीएसपी, नवल शर्मा, मुख्यालय डीएसपी-2, रांची और श्रवण कुमार, जेएपीटीसी पदमा में पोस्टेड श्रवण कुमार का पदस्थापन निगरानी ब्यूरो में किया गया है।