व्यापारी को दिया झांसा, करोड़ों वसूल किराए का मकान छोड़ फरार
- एसएसपी से आईजीआरएस पर 12 लोगों ने सामूहिक रूप से की फ्रॉड की कंप्लेन
- शाहपुर पुलिस ने आरोपी अनुराग के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कराने का दर्ज किया केस GORAKHPUR: व्यापारी को झांसा देकर एक व्यक्ति ने करोड़ों रुपए वसूले और फिर किराए का मकान छोड़कर फरार हो गया। एसएसपी से आईजीआरएस पर 12 लोगों ने सामूहिक रूप से फ्रॉड की कंप्लेन की थी, जिसके बाद शाहपुर पुलिस ने आरोपी अनुराग चतुर्वेदी के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उसे असली के रूप में प्रस्तुत करने की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बिजनेस का झांसा देकर लगाई चपतथाने में दर्ज केस के मुताबिक पीडि़त से अनुराग ने यूनिक इंडस्ट्रीज ऑर्गेनिक कंपनी के कर्मचारी के रूप में संपर्क किया था। उसने व्यापारियों को टॉयलेट क्लीनर, रूम फ्रेशनर आदि कई प्रोडेक्ट बेचने पर ज्यादा फायदा देने का झांसा दिया। फिर उसने शुरूआती दौर में सामान भेजा था। इसके बाद फिर वह डिस्ट्रीब्यूटर बनाने का झांसा देकर लोगों से रुपए लगवाने लगा। यहां तक सब कुछ ठीक चला। इसके बाद उसने ऐसे लोगों से भी संपर्क किया जो व्यापार की शुरूआत करने के प्रयास में थे। संपर्क आए लोगों से उसने कहा कि यदि बिल नहीं लिया जाएगा तो जीएसटी नहीं देना होगा और बीस प्रतिशत का अतिरिक्त लाभ भी होगा।
लालच में सबकुछ गवां बैठे व्यापारी लाभ के लालच में व्यापारी उसकी इस बात पर भी रजामंद हो गए। सभी को झांसा देकर उसने करोड़ों रुपए ऐंठ लिए। फिर धीरे-धीरे लोगों को रुपए देने में आनाकानी करने लगा। कुछ लोगों को चेक भी दिया जो बाउंस हो गया। अचानक उसके गायब होने के बाद लोगों ने मोबाइल नंबर पर संपर्क किया लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ मिला। जिस मकान में वह रहता था वहां पहुंचे तो पता चला कि शाहपुर के हरीश नाम के जिस व्यक्ति ने मकान को अपना बताया था वह किराए पर था। रुपए गंवाने के बाद उन्होंने थाने में केस दर्ज कराया है। इनसे हुई ठगी - शक्ति नगर निवासी अमित कुमार द्विवेदी से 1.5 करोड़ रुपए - मेडिकल कॉलेज मुगलहा निवासी विनोद कुमार पेटेल से 51 लाख रुपए - देवरिया बाईपास सूबा बाजार निवासी पवन वर्मा से एक करोड़ रुपए - सूरजकुंड निवासी सर्वजीत श्रीवास्तव से 2 करोड़ रुपए - तारामंडल निवासी एडी द्विवेदी से 3 करोड़ रुपए - आजाद चौक निवासी अरुण सिंह से 71 लाख रुपए- सहबाजगंज निवासी संतोष सिंह से 60 लाख रुपए
- खलीलाबाद निवासी संदीप जायसवाल से 30 लाख रुपए - गोरखपुर शहर निवासी शिवेंद्र प्रताप सिंह से 8 लाख रुपए।