>RANCHI: वह मेकॉन में कुक का काम करता था। एक दिन किसी ने समझाया कि बड़ा आदमी बनना है, तो कुछ ऐसा कर जाओ कि तुम्हें और तुम्हारे परिवार को जीवन भर नौकरी करने की जरूरत ही नहीं पड़े। मेकॉन के इस कुक दंपति को जाली चेक से लाखों की राशि निकालने में मोहरा बनाया गया। बतौर उनका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में भी खुलवा दिया गया, फिर होने लगा मनी ट्रांसफर का खेल। डोरंडा थाना पुलिस ने शनिवार को ख्ख् लाख का चेक भुनाते हुए कुक दंपति को पकड़ लिया, जिसे बैंक अधिकारियों ने जेल भेजवा दिया। पुलिस उनके सहयोगी के तौर पर तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार की है।

यह है मामला

शनिवार को एक दंपति एसबीआई की डोरंडा शाखा में पहुंचा। उसने काउंटर पर बैठे बैंककर्मी कर्मचंद खोया को फर्जी मल्टी सिटी चेक थमाई। चेक शेखपुरा स्टेट बैंक के खाताधारी कृष्ण कुमार व उनकी पत्नी बिंदु देवी के नाम से था। इन लोगों ने पहले जाली चेक से ख्ख् लाख रुपए निकाले, फिर सात लाख दोबारा निकाले। इसके बाद वे लोग ख्9 लाख रुपए लेकर जाने लगे। इसी क्रम में बैंककर्मी को शक हो गया। उसने जब खाते के बारे में ऑनलाइन जानकारी ली, तो पाया कि कृष्ण कुमार रिटायर्ड फौजी है और उसी के खाते से ख्9 लाख की निकासी कर ली गई है। इसके बाद बैंक कर्मियों ने कागजी कार्रवाई के लिए दंपति को फिर से बैंक बुलाया और उन दोनों को बिठाया।

पटना का है खाताधारी रिटायर्ड आर्मी अफसर

जब डोरंडा थाना पुलिस ने मामले की छानबीन की, तो पाया कि पटना के रहने वाले रिटायर्ड आर्मी अफसर कृष्ण कुमार व उनकी पत्नी बिंदु का एसबीआइ शेखपुरा राजाबाजार पटना स्थित शाखा में खाता है।

नाइजीरिया में बेटे आशुतोष के साथ हैं कृष्णा

कृष्णा अपने बेटे आशुतोष के पास नाइजीरिया में रह रहे हैं। उनके रिटायरमेंट के पैसे उनके खाते में आए थे। जालसाजों के एक सरगना ने रिटायर्ड अधिकारी के खाते से संबंधित फर्जी मल्टी सिटी चेक ले लिया। क्फ् फरवरी को रांची के डोरंडा स्थित एसबीआइ से ख्9 लाख रुपये की निकासी कर ली। इतनी बड़ी राशि की निकासी पर बैंक को शक हो गया। बैंक पूरे मामले की छानबीन करने लगा। कृष्ण कुमार से भी संपर्क किया तो पता चला कि उन्होंने किसी को चेक दिया ही नहीं है। तभी ख्7 फरवरी को पुन: जालसाज बैंक पहुंच गए और इस बार ख्ख् लाख रुपए की निकासी से संबंधित चेक डाला। इसी बीच बैंक अधिकारियों ने डोरंडा पुलिस को भी सूचना दे दी और बारजो दंपति सहित पांच जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया।

जालसाजी में ये थे शामिल

पुलिस ने इस मामले में श्यामली कॉलोनी, डोरंडा के पौलुस बरजो, राहिल बरजो, सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के पंकज तिग्गा, हजारीबाग जिले के महावीर मंदिर निवासी सौरभ कृष्णा, लालपुर व‌र्द्वमान कंपाउंड के गणेश लोहरा को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक अन्य आरोपी सिंह मोड़ हटिया का विवेक सिंह फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है।

मुंबई-दिल्ली में बैठते हैं नाइजीरियाई गिरोह के मेंबर

गौरतलब हो कि नाइजीरियाई गिरोह के मेंबर्स ने अपना ठिकाना मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों को बनाया है। वे लोग इंटरनेट कॉल से अधिकारी बनते हैं और लोगों को उनके एकाउंट से एटीएम कोड, खाता नंबर की जानकारी लेते हैं, फिर उसे हैक कर अपने गिरोह के मेंबर्स को पैसे का लालच देकर कस्टमर बनवा देते हैं। फिर, उनसे बैंकों में जाकर भारी रकम निकासी करने की बात कही जाती है। जब निकासी कर ली जाती है तो वह निकाले गए रकम में से कुछ प्रतिशत अपने पास रख कर अपने खाते में जमा करा देता है। जिसके खाते की जानकारी मास्टरमाइंड के पास रहती है। मास्टरमाइंड धीरे-धीरे कर उस राशि को निकाल लेता है।

देश भर में फैला है नेटवर्क

गौरतलब हो कि इस तरह का नेटवर्क देश भर में फैला है। वे लोग ऐसे ग्राहक को चुनते हैं, जिनके खाते में लाखों व करोड़ों रुपए रखे हुए हों। ऐसे ही एक नाइजीरियाई को कोलकाता पुलिस वर्ष ख्0क्फ् में पकड़ी थी। उसने बैंक से दो लाख राशि जाली चेक पर निकाली थी। उसी प्रकार मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रेलवे की नई तकनीक पीपीएस इंटरनेशन फर्म के खाते से डेढ़ करोड़ की जालसाजी हुई थी। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं, वर्ष ख्0क्ख् में धुर्वा थाने में नौकरी दिलाने के नाम पर नाइजीरियाई गिरोह ने ख्भ् लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी। इस मामले का खुलासा अबतक नहीं हो पाया है।

Posted By: Inextlive