रांची: हेलो डीएसपी का पीए हूं कानून से खेलना अच्छे से जानता हूं. सरकारी नौकरी में ऐसे ही इतना

रांची: हेलो, डीएसपी का पीए हूं, कानून से खेलना अच्छे से जानता हूं। सरकारी नौकरी में ऐसे ही इतना साल नहीं ना निकाल दिए हैं। बात रिकार्ड जिसको करना है कर ले उस चिकेन व्यवसायी को 12 साल से जानते हैं, हमको फंसाएगा ? अब समझेगा खुद हीकुछ नहीं हो सकता। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के सीनियर कॉरस्पोंडेंट ने मोबाइल नम्बर 7370950018 पर चिकेन व्यवसायी किशोर कुमार के सहयोगी के रूप में करीब 15 मिनट तक बात की। सबकुछ मैनेज करने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की गई। कहा गया पहले रुपया खाता में डालो, तभी आगे कोई बात होगी। बता दें कि किशोर ने जगन्नाथपुर थाना में रंगदारी मांगने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

पहले रुपए फिर होगी बात

पहले रुपए डालिए खाता में तब कोई बातचीत होगी। नहीं तो रेड पड़ेगाये कहना है डीएसपी के पीए और रेलवे अधिकारी के नाम पर रंगदारी मांगने वाले आरोपी का। थाना में केस दर्ज होने के बाद भी वह बेखौफ होकर करीब 15 मिनट तक दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के साथ बात करता रहा। उसका कहना था कि केस-मुकदमा का उसे कोई डर नहीं है, जिसको जो करना है कर ले।

12 साल से जानता हूं व्यवसायी को, वैगन आर तक पहचानता हूं

फोन पर रंगदारी मांगने वाले आरोपी ने कहा कि चिकेन व्यवसायी को पिछले 12 साल से जानता हूं, उसका वैगन आर कार है, दो बच्चा है हमको सब पता है। रंगदारी मांगने वाला का दावा है कि अगर रुपए उसको नहीं दिए गए तो वह व्यवसायी को बर्बाद कर देगा।

क्या है मामला

जगन्नाथपुर थानाक्षेत्र में चिकेन व्यवसायी किशोर कुमार के मोबाइल पर अन्य मोबाइल नम्बर 7370950018 से फोन कर एक व्यक्ति ने 50 हजार रुपया की डिमांड की। आरोपी का कहना था कि वह डीएसपी का पीए है और पुलिस और रेलवे के अधिकारियों के द्वारा व्यवसायी के शॉप पर रेड पड़ने वाली है। व्यवसायी ने जब फोन करने वाले से उसका नाम पता पूछा तो उसने एसबीआई बैंक के खाता में रुपया डालने की बात कही। कहा कि अगर रुपए नहीं डाले गए तो समझ लेना, क्या होगा। इस मामले में चिकेन व्यवसायी ने जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

एसबीआई खाता से ही मिल सकती है जानकारी

फोन करने वाले ने एसबीआई के खाता नम्बर 35853578210 में रुपए जमा कराने की चेतावनी दी। यह खाता एक महिला के नाम से संचालित होता है। पुलिस इस खाता के डिटेल्स निकालकर तफ्तीश आगे बढ़ाने की तैयारी में है। फोन करने वाले ने यह भी माना था कि उसने दूसरे के नाम से फर्जी सिमकार्ड लिया है। उक्त मोबाइल नम्बर अब स्वीच ऑफ कर दिया गया है।

48 घंटे में एक स्टेप भी नहीं चली पुलिस

थाना प्रभारी एके सिंह ने कहा कि जिस मोबाइल से फोन किया गया था, वो मोबाइल नम्बर अब स्वीचऑफ है। मामले में कुछ नहीं हुआ है। केस हुए करीब 48 घंटे गुजर चुके हैं और इस बीच पुलिस एक स्टेप भी नहीं बढ़ पाई है।

आरोपी से बातचीत

रिपोर्टर: किशोरजी ने नम्बर दिया है, मैनेज करना है आपके साथ।

आरोपी: अब कुछ नहीं हो सकता, मामला आगे बढ़ गया है।

रिपोर्टर- बिगाड़कर क्या फायदा, मामला खत्म कीजिए, रुपए ले लीजिए।

आरोपी- डाल दीजिए खाता में, तब देखते हैं क्या हो सकता है।

रिपोर्टर- आप कौन हैं, क्या करते हैं कुछ तो बताइए।

आरोपी- हम डीएसपी का पीए हैं, सब कानून जानते हैं, ऐसे ही थोड़े नौकरी कर रहे हैं इतना साल से।

रिपोर्टर- कंप्लेन कहां हुआ है, कंप्लेनर कौन है।

आरोपी- सब बताएंगे, पहले रुपए डालिए नहीं तो रेड पड़ेगा।

Posted By: Inextlive