- धर्म के नाम पर समाज में अधर्म को बढ़ावा दे रहे ढोंगी बाबा

- सीधे-सच्चे लोगों की परेशानी का उठाते हैं फायदा, अपने जाल में फंसाकर उनसे लूटते हैं धन-दौलत

- कई बार लेडीज की आबरू लूटने जैसे घिनौने काम तक को देते हैं अंजाम

VARANASI :

केस-क्

मौनी बाबा के नाम से फेमस एक बाबा ने मथुरा में अपना डेरा जमाया था। वह लोगों को हर तरह के कष्ट से मुक्ति दिलाने का दावा करता था। वहां का रहने वाला एक व्यक्ति अपनी बेटी की मानसिक परेशानी को दूर कराने के लिए बाबा के पास पहुंचा। बाबा ने झाड़-फूंक के नाम पर किशोरी को चंगुल में फंसा लिया। उसका अपहरण कर बनारस ले आया व उसे जबरन पत्नी बनाकर उसके साथ रहने लगा। वह उससे ढेरों गलत काम भी कराता था। कई सालों के बाद किशोरी के परिवार ने उसे ढूंढ निकाला। पुलिस ने किसी तरह से किशोरी को उसके चंगुल से मुक्त कराया।

केस-ख्

मानसिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहा एक युवक पत्नी के मायके जाने से नाराज होकर अमरूद के पेड़ पर जा बैठा। वहा महीनों तक उससे नीचे उतरने का नाम ही नहीं लेता था। जिससे परेशान होकर परिजन उसे लेकर एक बाबा की शरण में पहुंचे तो उसने बताया कि युवक पर भयानक प्रेत का साया है। बाबा के मुताबिक अगर उसे जबरन पेड़ से उतारा गया तो उस युवक के साथ-साथ पूरे गांव का विनाश हो जाएगा। प्रेत को पूजा-पाठ से भगाया जा सकता है। बाबा महीनों तक पूजा के नाम पर रुपये ऐंठते रहा। युवक तब तक पेड़ पर ही टंगा रहा। उसकी सेहत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही थी। मीडिया और पुलिस के दबाव पर उसकी पत्नी को सामने लाया गया तो युवक खुद-ब-खुद पेड़ से नीचे उतर आया। हॉस्पिटल में इलाज होने के बाद वह फिजिकली व मेंटली हेल्दी हो गया।

ये दोनों केस बताने के लिए काफी हैं कि आस्था के नाम पर सीधे-सच्चे लोगों को लूटने का धंधा पूरे शबाब पर है। सोसाइटी में ऐसे ठग भी मौजूद हैं जो धर्म का चोंगा पहनकर धन-रुपये के साथ इज्जत भी लूट लेते हैं। ऐसे ढेरों मामले पुलिस के पास भी पहुंचते हैं। ढोगियों के खिलाफ कार्रवाई होती है। लेकिन फिर भी इनके इस धंधे पर रोक नहीं लगती है। एक ढोंगी सलाखों के पीछे होता है तो दस नए ढोंगी मार्केट में आ जाते हैं। उनका धंधा जोर पकड़ लेता है। दुनिया की दुश्वारियों से परेशान इंसान जाने-अनजाने इनके चंगुल में आखिरकार फंस ही जाता है।

अनपढ़ से लेकर पढ़े-लिखे तक

ऐसा नहीं कि ढोंगी बाबाओं के चक्कर में सिर्फ कम पढ़े-लिखे लोग ही पड़ते हैं। पढ़े-लिखे और खुद को सभ्य समाज से जुड़ा बताने वाले भी गाहे-बगाहे इनके चक्कर में पड़कर अपना सबकुछ गंवा बैठते हैं। धर्म की नगरी बनारस में इस तरह का अधर्म तो हर गली-मोहल्ले में देखने को मिलता ही है। इसके अलावा शहर की पॉश कॉलोनियां भी इस धंधे से अलहदा नहीं हैं। शहर में जगह-जगह ऐसे ठग मिल जाएंगे जिनका धर्म के नाम पर ठगी का धंध खूब फल-फूल रहा है। ये अपने पास हर तरह की परेशानी का सॉल्यूशन होने का दावा करते हैं। भूत-प्रेत, ग्रह-नक्षत्रों का हवाला देकर तंत्र-मंत्र से लेकर पशु बली तक कराते हैं। बदले में जमकर रुपये ऐंठते हैं। कई बार तो लेडीज की आबरू तक से खेल जाते हैं।

कम होती है शिकायत

बाबाओं की बुरी नजरों का शिकार होने के बाद इक्के-दुक्के लोग ही उनकी कम्पलेन पुलिस में करते हैं। उन्हें लगता है कि समाज में उनकी हंसी उड़ायी जाएगी। जबकि कुछ बाबाओं की तथाकथित शक्ति से डरते हैं। कई बाबाओं का साम्राज्य भी इतना बड़ा होता है कि जो उनके खिलाफ सिर उठाने की कोशिश करता है वे उसकी हत्या तक कराने से नहीं हिचकते हैं। शिकायत न होने से कई बार इनके गिरेबान तक हाथ पहुंचाने में पुलिस भी कतराती है। जिसका फायदा उठाकर ये अपने धंधे से लोगों को बेवकूफ बनाना जारी रखते हैं।

Posted By: Inextlive