कोतवाली एरिया के दिलेजाकपुर निवासी श्यामजी रावत का जुर्म साबित होने पर कोर्ट ने तीन माह के कारावास सुनाई है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिवम कुमार की कोर्ट में अभियोजन अधिकारी रामध्यान दुबे और अमित शर्मा ने पक्ष रखा था। अधिवक्ताओं ने कोर्ट को बताया कि राजघाट के साहबगंज रहमतनगर निवासी सरिता सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा कि उनकी चार बहनें हैं। अभियुक्त श्यामजी रावत सभी बहनों के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। वह खुद को सहारा इंडिया लिमिटेड का एजेंट बताता था। इस झांसे में लेकर उसने सभी बहनों से लाखों रुपए जमा करा लिए। सहारा का फर्जी पासबुक भी दिया। छह माह बाद जब महिलाओं ने अपने रुपए मांगे तो वह टालमटोल करने लगा। सहारा इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि फर्जी पासबुक देकर उनको जालसाजी का शिकार बनाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने फैसला सुनाया।

Posted By: Inextlive