सेना के नाम पर रुपए जमा कराने के लिए सोशल मीडिया पर प्रचारित मैसेज बिल्कुल फर्जी है.

-सेना, जालसाजी से संबंधित इंस्ट्राशेसन

-शिकायत होने पर यूपी पुलिस ने किया आगाह

-डिजिटल वालंटियर्स ग्रुप पर भी मैसेज वायरल

Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: सेना के नाम पर रुपए जमा कराने के लिए सोशल मीडिया पर प्रचारित मैसेज बिल्कुल फर्जी है। कई जगहों से शिकायत मिलने पर यूपी पुलिस ने आगाह किया है कि यह संदेश प्रमाणित नहीं है। इसके लिए बगैर सोचे-समझे कहीं पर भी पैसा न भेजें। इससे ठगी के शिकार हो सकते हैं। पुलिस के डिजिटल वालंटियर्स गु्रप पर मैसेज वायरल होने पर सजग रहने की बात कही जा रही है। पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि लोगों की भावनाओं को देखते हुए फर्जीवाड़ा करने वाले एक्टिव हो गए हैं। एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता ने कहा कि इस तरह के मैसेज से सावधान रहें। सैन्य कर्मचारियों की मदद के नाम पर ठगी के शिकार हो सकते हैं।

पहले भी मैसेज हो चुका है वायरल
द्यपुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद पूरा देश व्यथित है। गली-मोहल्लों से बाजारों और चौराहों पर आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं। शहीद और उनके परिवारों के प्रति भावनात्मक रूप से जुड़ चुकी पब्लिक कुछ भी कर गुजरने को तैयार है। शहीदों के प्रति सहानुभूमि का ज्वार उमड़ने का बेजा उठाने की कोशिश में जालसाज जुट गए हैं। सोशल मीडिया पर एक संदेश वायरल कर सेना की मदद के नाम पर लोगों से रुपए मांगे जा रहे हैं। मैसेज पढ़ने के बाद जब कई जगहों से मामले की शिकायत ट्विटर पर डीजीपी से की गई तो पुलिस ने ऐसे संदेश को फर्जी बताया। पुलिस का कहना है कि शातिर ठगों की चाल है इससे बचने की जरूरत है। इसके पूर्व छत्तीसगढ़ में हुए अ‌र्द्धसैनिक बल के जवानों पर हमला होने पर भी इस तरह का मैसेज वायरल हो चुका है।

इस तरह से लोगों को दे रहे झांसा
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल मैसेज में कहा गया है कि फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार के सुझाव पर मोदी सरकार का एक और अच्छा फैसला, एक रुपए मात्र रोज का भुगतान वो भी भारतीय सेना के लिए। मैसेज में बताया गया है कि मोदी सरकार ने कैबिनेट की मीटिंग में भारतीय सेना की आधुनिकता और सेना के जवानों जो कि युद्ध क्षेत्र में घायल होते है या शहीद होते हैं। उनके लिए एक बैंक अकाउंट खोला है। हर भारतीय अपनी स्वेच्छा से दान दे सकता है। यह दान एक रुपए से शुरू है। मैसेज में कहा गया है कि इस पैसे का प्रयोग सेना तथा अ‌र्द्धसैनिक बलों के लिए हथियार खरीदने में होगा। यह भी कहा गया है कि मन की बात पर फेसबुक, व्हाट्सअप, ट्विटर एप पर मिले सुझाव के आधार पर नई दिल्ली, सिंडिकेट बैंक में आर्मी वेलफेयर फंड बैटल कैजुअल्टी फंड अकाउंट खोला गया है। मैसेज में अपील करते हुए कहा गया है कि हम लोग प्रतिदिन सैकड़ों रुपए फालतू के काम में खर्च कर देते हैं। लेकिन यदि हम लोग एक रुपए सेना के लिए दें तो भारत एक सुपर पॉवर जरूर बनेगा। दावा भी किया गया है कि आपका ये पैसा सीधे रक्षा मंत्रालय के सेना सहायता व वॉर कैजुअल्टी फंड में जमा होगा, जो सैन्य सामग्री और सेना के जवानों के काम आएगा।

कब हुई थी मदद की शुरूआत
2017 में एक्टर अक्षय कुमार ने शहीद जवानों के परिवारों की मदद के लिए वेबसाइट लांच की थी। अक्षय कुमार की इस मुहिम की कापी करते हुए कुछ लोगों ने फर्जी तरीके से धन ऐंठने की कोशिश शुरू कर दी। फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों ने नाम से मिलती हुई फर्जी वेबसाइट बना ली है। उसी साइट्स पर मदद मांगते हुए रुपए जमा कराने की अपील की जा रही है। इन सभी साइट्स पर कुछ एकाउंट्स नंबर लिखे हुए हैं जिसमें पैसा भेजने की बात फ्राड कर रहे हैं.

फर्जी वेबसाइट बनाकर कर रहे ठगी
आर्मी वेलफेयर फंड बैटल कैजुएलिटी नाम से इस साइट का अक्षय कुमार और भारत के वीर से कोई लिंक नहीं है। बताया जाता है कि भारत के वीर नाम साइट दिल्ली के विज्ञान भवन में लांच की गई थी। कार्यक्रम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस साइट के जरिए अधिकतम 15 लाख रुपए राशि का शहीद परिवारों को दी जा सकती है। गृह मंत्रालय ने वेबसाइट और एप तैयार करके सीमा और आतंरिक सुरक्षा में तैनाती के दौरान शहीद हुए सशस्त्र बल के जवानों का आनलाइन करने का फैसला भी लिया था। इसकी सलाह एक्टर अक्षय कुमार ने दी थी।

 

 

Posted By: Inextlive