आई एक्सक्लूसिव

- मेरठ में उज्ज्वला योजना के लिए 7.50 लाख ने किया दावा, हो रही है छंटनी

- जून प्रथम सप्ताह से गैस सिलेंडर बंटने का कर रहे दावा, लिस्ट तैयार नहीं

- डाटाबेस खंगाल रही कंपनी, एनआईसी ने दे दिया 2011 का सर्वे

Akhil Kumar

Meerut: मेरठ में उज्ज्वला योजना पर 7.50 लाख पात्र महिलाओं का दावा है, हालांकि यह दावा सही है यह कहना मुश्किल है। केंद्र सरकार ने 1 मई को देश की गरीब को उज्ज्वला योजना का तोहफा दिया। गरीब परिवार की महिला को मुफ्त गैस सिलेंडर देने की इस योजना का मेरठ में सही क्रियान्वयन होगा, इसकी गारंटी नहीं है। स्थिति पर गौर करें तो बीपीएल कार्ड धारक महिला को खंगालना बेशक मुश्किल न होगा, किंतु पात्र को तलाशने में पसीना जा जाएगा।

छह साल पुराना सर्वे दिया

इंडियन ऑयल के सेल्स ऑफिसर और मेरठ में उज्ज्वला योजना के नोडल ऑफिसर नीतीश भारद्वाज ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से उन्हें वर्ष 2011 का एक सर्वे दिया गया है। इस सर्वे में ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 5 और शहरी क्षेत्रों में 2.5 लाख, कुल 7 लाख की लिस्ट दी गई है। इस लिस्ट की स्क्रीनिंग की जा रही है। गौरतलब है कि तेल कंपनियों के पास ऐसी कोई बीपीएल कार्डधारकों की लिस्ट नहीं है जिससे पात्रता की प्रमाणिकता तय हो सके। छह साल पुराने सर्वे की प्रमाणिकता पर भरोसा करना मुश्किल है।

घर-घर जाकर होगा सर्वे

केंद्र सरकार की योजना के मुताबिक ऐसे गरीब परिवार की मुखिया महिला को मुफ्त गैस सिलेंडर दिया जाएगा। जिसके पास पहले से गैस सिलेंडर नहीं है। सबसे बड़ी मुश्किल इंडियन आयल के पास यह आ रही है कि वे कैसे तय करेंगे कि रिकॉर्ड में पात्र दर्शा रहे परिवार में पहले से गैस का सिलेंडर नहीं है। अब यह निर्णय हुआ है कि गैस कंपनी सभी 7 लाख बीपीएल कार्डधारकों के घर-घर जाकर देखेंगे कि उनके घर में पहले से कोई कनेक्शन है या नहीं। कमोवेश ये हाल मेरठ समेत यूपी के सभी जनपदों का है।

उज्ज्वला योजना के लिए मेरठ में इंडियन ऑयल को नोडल एजेंसी बनाया गया है। एनआईसी की ओर से डाटा मुहैया करा दिया गया है। स्क्रूटनी के बाद पात्र लाभार्थियों में मुफ्त गैस सिलेंडर को बंटवाया जाएगा।

राजेश कुमार, जिला आपूर्ति अधिकारी।

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एनआईसी की ओर से 2011 की सर्वे रिपोर्ट दी गई है। इस रिपोर्ट में 7 लाख पात्रों का जिक्र है। कंपनी पात्र लाभार्थियों का परीक्षण करा रही है। जून प्रथम सप्ताह में लाभार्थियों के बीच सिलेंडर का आवंटन शुरू हो जाएगा।

नीतीश भारद्वाज, नोडल ऑफिसर, उज्ज्वला योजना।

एक नजर

योजना बिंदु विवरण

योजना का नाम प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना।

शुभारंभ 1 मई 2016.

मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराना।

अन्य उद्देश्य अशुद्ध ईंधन के कारण होने वाले रोगों में कमी लानाए महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और प्रदुषण को कम करना।

लक्ष्य 5 करोड़ बीपीएल परिवारों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन वितरित करना।

समय सीमा 3 साल, 2018-19 तक।

कुल बजट 8000 करोड़।

वित्तीय सहायता प्रत्येक बीपीएल परिवार को 1600 रुपये कि सहायता।

पात्रता राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के परामर्श से की गयी बीपीएल परिवारों की पहचान।

Posted By: Inextlive