RANCHI: हार्ट सर्जरी का नाम सुनते ही लोगों के होश उड़ जाते हैं। एक तो बीमारी और दूसरा ऑपरेशन में होने वाले खर्च के बारे में सोचकर। लेकिन अब हार्ट के मरीजों को टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। रिम्स में अब गरीब मरीजों की ओपेन हार्ट सर्जरी फ्री में की जाएगी। वहीं, एपीएल वालों का सरकारी दर पर ऑपरेशन किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर रिम्स की गवर्निग बॉडी ने भी अपनी मंजूरी दे दी है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही ओपेन हार्ट सर्जरी शुरू हो जाएगी। बताते चलें कि रिम्स की सुपरस्पेशियलिटी विंग में कार्डियक सर्जरी की जाएगी।

एपीएल का 50 से दो लाख तक खर्च

सरकार ने गरीब मरीजों के इलाज के लिए सभी सेवाएं फ्री कर दी है। ऐसे में जो भी मरीज रिम्स में इलाज के लिए आएंगे तो हार्ट से जुड़ी उनकी बीमारियों का फ्री इलाज होगा। वहीं आपरेशन के लिए भी उनसे कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। जबकि एपीएल को सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के तहत तय रेट चुकाना होगा। इसमें 50 हजार से लेकर दो लाख रुपए तक खर्च हो सकते है। चूंकि हार्ट से जुड़ी अलग-अलग बीमारियों में इलाज भी उसी ढंग से किया जाता है।

प्राइवेट हास्पिटल में 4-5 लाख खर्च

हार्ट के मरीजों का बाइपास करना हो या ओपेन हार्ट सर्जरी तो प्राइवेट हास्पिटलों में इसके लिए 4-5 लाख रुपए तक चार्ज किए जाते हैं। इसके अलावा कई हॉस्पिटलों में तो मनमाने पैसे भी डिमांड किए जाते हैं। वहीं बीपीएल मरीजों को भी प्राइवेट हॉस्पिटल में दिल का इलाज कराने के पैसे लगते हैं। इसमें मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत ढाई लाख का अनुदान मिलने पर ही इलाज होता है। इसके लिए भी पहले उन्हें हॉस्पिटल से इस्टीमेट लेकर सिविल सर्जन आफिस में जमा कराना होता है। फंड पास होने के बाद ही मरीजों का आपरेशन और इलाज प्राइवेट हॉस्पिटलों में शुरू हो पाता है।

फॉलोअप को रिम्स आ रहे प्राइवेट के मरीज

प्राइवेट हॉस्पिटलों में सर्जरी कराने के बाद सैकड़ों मरीज फॉलोअप के लिए भी रिम्स में ही आ रहे हैं। वहीं जिस हॉस्पिटल में उनका आपरेशन किया गया है वे भी रिम्स में ही जाने की सलाह दे रहे हैं। इससे उनकी परेशानी तो कम हो गई है। वहीं आने-जाने का खर्च भी खत्म हो गया है।

वर्जन

रिम्स सरकार का हॉस्पिटल है, तो यहां बीपीएल मरीजों के फ्री आपरेशन का प्रस्ताव हमने दिया था। वहीं एपीएल के लिए सीजीएचएस पर सहमति बनी है। इससे बीपीएल को अब इस्टीमेट और कैश की टेंशन खत्म हो जाएगी। वहीं उनके दिल का इलाज बेहतर ढंग से हो सकेगा। एपीएल वालों को प्राइवेट में भी चार्ज लगता है। लेकिन सीजीएचएस रेट पर आपरेशन से उन्हें भी काफी राहत मिलेगी। कुछ टेक्निकल काम बाकी है, इस वजह से सर्जरी शुरू होने में थोड़ा वक्त लगेगा।

डॉ। अंशुल कुमार, एचओडी, कार्डियक सर्जरी

Posted By: Inextlive