फोटो पार्किंग

- पार्किंग का टेंडर खत्म, नहीं किया दोबारा टेंडर

- हॉस्पिटल प्रशासन पार्किंग को पूरी तरह फ्री रखने के मूड में

देहरादून, दून हॉस्पिटल में पार्किग शुल्क से फिलहाल लोगों को निजात मिल गई है। बताया जा रहा है कि अब हॉस्पिटल प्रशासन मरीजों के तीमारदारों के लिए पार्किग फ्री करने जा रहा है। हालांकि, इसके चलते पार्किग में अव्यवस्था भी देखने को मिल रही है।

31 मार्च को टैंडर खत्म

हॉस्पिटल में पार्किंग का टेंडर 31 मार्च का खत्म हो गया था। हर साल 31 मार्च से पहले ही पार्किंग का ठेका आवंटित कर दिया जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया। पुराना ठेकेदार इस उम्मीद के साथ पहले दो दिन बिना पर्ची काटे व्यवस्था करता रहा कि फिर से उसे ठेका मिल जाएगा, लेकिन ऐसा न होने पर अब ठेकेदार ने खुद को पूरी तरह से अलग कर दिया है।

अव्यवस्था भी हुई

पहले पार्किंग ठेकेदार के कर्मचारी पार्किंग में आने वाले व्हीकल्स को व्यवस्थित कर देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है। हालांकि पार्किंग वाली जगह गार्ड भी तैनात किये गये हैं, लेकिन गार्डो को पार्किंग में वाहन व्यवस्थित करने का अनुभव न होने के कारण वे इसे संभाल नहीं पा रहे हैं।

एक गेट कर दिया बंद

दून हॉस्पिटल की पार्किंग में गेट नं 2 और 3 से जाते हैं, लेकिन वेडनेसडे को ठेकेदार द्वारा हाथ खड़े कर दिये जाने के बाद जब पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई तो गेट नंबर 3 को बंद कर दिया गया। इसके बाद आने और जाने के लिए एक ही गेट होने से दोपहर तक स्थिति काफी खराब रही।

आने वालों को मिली राहत

गाडि़यां पार्किंग में लगाने और ले जाने में बेशक लोगों को कुछ परेशानी हुई, लेकिन पैसे खर्च न होने के कारण लोगों को राहत भी मिली। पार्किंग के लिए दोपहिया वाहनों से 10 रुपये वसूले जाते थे। यह पैसा बच जाने पर लोगों ने संतोष जताया और आगे में हॉस्पिटल की पार्किंग फ्री रखने की जरूरत बताई।

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मैं चाहता हूं कि हॉस्पिटल की पार्किंग पूरी तरह से फ्री होनी चाहिए। सरकारी हॉस्पिटल में बहुत ज्यादा जरूरतमंद और गरीब लोग आते हैं। ऐसे में गाड़ी पार्क करने के भी पैसे देने पड़ते हैं। व्यवस्था कुछ दिन में ठीक हो जाएगी। हम अपने कर्मचारियों से ही पार्किंग की व्यवस्था करवाएंगे।

-डॉ। केके टम्टा, एमएस, दून हॉस्पिटल।

Posted By: Inextlive