- दिल्ली में कॉल सेंटर चलाकर बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश

- एसटीएफ की टीम ने दिल्ली से अरेस्ट किए गिरोह के दो मेंबर, की जा रही पड़ताल

- दून के युवक से नौकरी के नाम पर ठगे 18 लाख 63 हजार रुपये

देहरादून,

फेक वेबसाइट के जरिए बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले गिरोह का एसटीएफ ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के दो शातिरों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। शातिरों ने दून के एक युवक से नौकरी के नाम पर 18.63 लाख ठग लिए थे। शातिरों में से एक टेलीकॉम कंपनी व दूसरा ऑनलाइन पेमेंट एप में जॉब करता था। बाद में दोनों ने मिलकर दिल्ली में कॉल सेंटर खोल लिया, यहीं से जॉब के नाम पर ठगी का धंधा दोनों मिलकर चला रहे थे।

एक्सप्लॉई एक्सपर्ट वेब के जरिए ठगी

एएसपी एसटीएफ स्वतंत्र कुमार ने बताया कि बीती 25 फरवरी को दून निवासी आनंद सिंह रावत ने साइबर थाने में केस दर्ज कर बताया कि वह बेरोजगार था। इसी बीच 21 जून को उसे एक युवक का फोन आया, जिसने उन्हें जॉनसन एंड जॉनसन नामक कंपनी में जॉब दिलाने का दावा किया। युवक ने एक वेबसाइट एक्सप्लॉई एक्सपर्ट डॉट कॉम पर उसे जॉब के लिए रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी। इसके बाद उसे झांसे में लेकर 18 लाख 63 हजार रुपये जमा करा लिए गए। इस बीच उसे जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी में जॉब का ज्वाइनिंग लेटर मिल गया, लेकिन उसमें कंपनी का एड्रेस नहीं था। जब आनंद ने फोन करने वाले युवकों से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि देहरादून में कंपनी की ब्रांच बंद हो गई है ऐसे में उन्हें देहरादून के बाहर भेजा जाएगा, लेकिन इसके बाद आरोपियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया। जिससे उन्हें ठगी होने का एहसास हुआ।

सीसीटीवी फुटेज से मिले इनपुट

पीडि़त की तहरीर के आधार पर केस दर्ज होने के बाद एसटीएफ ने सबसे पहले बैंक अकाउंट की डिटेल निकलवाई, जिसमें आनंद ने रकम जमा कराई थी। पुलिस जांच में पता चला कि रकम की निकासी दिल्ली में मंगोलपुरी और नांगलोई इलाके में की गई है। एसबीआई, आईसीआईसीआई और दूसरे बैंकों के अकाउंट में रकम ट्रांसफर की गई थी। एसटीएफ ने एटीएम के सीसीटीवी फुटेज से दोनों की पहचान की। दोनों को वेडनसडे देर शाम दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया।

ये किए गिरफ्तार

- अमित कुमार निवासी उत्तमनगर दिल्ली मूल निवासी रेवाड़ी हरियाणा

- अमन कुमार निवासी रोहिणी दिल्ली मूल निवासी मधुबनी, बिहार

दिल्ली में धोखाधड़ी का कॉल सेंटर

पुलिस पूछताछ के दौरान दोनों शातिरों ने बताया कि वे अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली में कॉल सेंटर रन करते हैं। जिसमें वे ऑनलाइन इंटरव्यू भी कंडक्ट कराते हैं। इसके बाद अलग-अलग प्रोसेस के जरिए चार्ज वसूल करते हैं।

बीसीए डिग्री होल्डर हैं शातिर

दोनों शातिरों के पास बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए) की डिग्री है। आरोपी अमित एक टेलीकॉम कंपनी का कर्मचारी है, जो फर्जी तरीके से गिरोह के लिए सिम कार्ड अरेंज करता था। जबकि अमन पेटीएम में सेल्स एग्जीक्यूटिव के रूप में बार कोड लगाने का काम करता है।

दोनों जिन कंपनियों में जॉब करते थे, वहां से इनके बारे में डिटेल तलब की गई है। गिरोह द्वारा देशभर में ठगी के इनपुट मिल रहे हैं। जिन बैंक अकाउंट्स में गिरोह के ट्रांजेक्शन हुए हैं, उनमें 20 लाख रुपए से ज्यादा की रकम जमा है।

स्वतंत्र कुमार, एएसपी, एसटीएफ

Posted By: Inextlive