-एफएसडीए ने सब्जी मंडी डेलापीर पर थर्सडे को चलाया डिप्टी कमिश्नर की अगुवाई में अभियान

-अधिकारियों ने दूषित सब्जियों और फलों को कराया नष्ट, आढ़तियों को दी चेतावनी

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इतनी सब्जियां कराई नष्ट

9 कुंतल दूषित बैगन

200 किलो शिमला मिर्च

100 किलो कद्दू

700 किलो फूल गोभी

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बरेली: ताजी और हरी सब्जियां और फल सेहत के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन शहर की मंडियों में मिल रही सब्जियां और फल खाकर आप सेहतमंद बनने की बजाए बीमार हो सकते हैं। क्योंकि मंडी में सड़ने के कगार पर पहुंच चुकी सब्जियां बेची जा रही हैं, इतना ही नहीं अदरक को एसिड से चमकाया जा रहा है। वहीं फलों को भी केमिकल की मदद से समय से पहले ही पका बेचा जा रहा है। यह खुलासा थर्सडे को डेलापीर मंडी में एफएसडीए की छापेमारी के दौरान हुआ।

जांच को भरे सैंपल

टीम को मौके पर गदंगी के साथ दूषित सब्जी भी बिकती हुई मिली। जिसे देख एफएसडीए के डिप्टी कमिश्नर का पारा चढ़ गया। उन्होंने तुरंत दूषित सब्जी को नष्ट कराने का आदेश दिया। इस दौरान टीम ने हरी सब्जी और बींस के नमूने भी लिए। टीम में सहायक आयुक्त खाद्य संजय कुमार पाण्डेय, अभिहित अधिकारी धर्मराज मिश्रा एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी भी मौजूद रहे।

जारी रहेगा अभियान

डेलापीर सब्जी मंडी में सुबह-सुबह छापेमारी के लिए पहुंची टीम जैसे ही पहुंची तो व्यापारियों में भगदड़ मच गई। सभी अपनी शॉप को छोड़ इधर-उधर खिसकने लगे। लेकिन टीम ने व्यापारियों को तलाश कर छापेमार कार्रवाई की।

सब्जियों को कराया नष्ट

हाजियपुर मोहल्ला के रहने वाले लाल भाई की शॉप पर बड़ी मात्रा में दूषित यानी खराब हो चुका बैगन पकड़ लिया। टीम ने आढ़त से 19 कुंतल 60 किलो पकड़े गए दूषित बैगन को नष्ट करा दिया। आढ़ती ने इसकी कीमत 9800 रुपए बताई। इसके साथ टीम ने 200 किलो शिमला मिर्च जिसकी कीमत 3 हजार रुपए, 100 किलोग्राम कद्दू कीमत 500 रुपए और 700 किलो ग्राम फूल गोभी जिसकी कीमत 7 हजार रुपए बताई गई नष्ट करवा दी।

एसिड से साफ होती अदरक

मंडी में किस तरह सब्जियों को दूषित किया जाता है इसका उदाहरण एफएसडीए की टीम ने छापेमारी के दौरान खुद भी देखा। टीम को एक आढ़त की शॉप पर अदरक को साफ करने के लिए रखा हुआ एसिड भी मिला। टीम ने एसिड को जब्त कर लिया।

दो दिन पहले पकड़ा दूषित पानी

एफएसडीए की टीम ने दो दिन पहले भी छापेमारी अभियान चलाया था। जिसमें ट्यूजडे को बांसमंडी और कांकरटोला में ब्रांडेड पानी के नाम पर दूषित पानी बेचते हुए पकड़ा था। जबकि वेडनसडे को परसाखेडा में बगैर लाइसेंस के चल रही फैक्ट्री पकड़ी थी। जिसमें खाद्य पदार्थ बनाया जा रहा था। टीम ने दूषित पानी बेचने वाले प्लांट और बगैर लाइसेंस के चल रही फैक्ट्री के संचालक खिलाफ कार्रवाई की है।

शासन के आदेश पर कार्रवाई

खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि कृत्रिम सिंथेटिक रंगों से रंगी गई सब्जियों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए शासन के आदेश के बाद अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही बारिश के मौसम में दूषित फल और पानी बेचने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive