-एफएसडीए ने मारा छापा, बिना लाइंसेस की फैक्सी की सील

-अधिकारियों ने सैंपल भरके जांच के लिए भेजा, रिपोर्ट आने पर होगी कार्रवाई

बरेली: शहर में बिना लाइसेंस के ही कई फैक्ट्रियां चल रही हैं। जो लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। वे न तो सिर्फ पानी के पाउच और खाने की चीजें बना रहे हैं। बल्कि होम्योपैथिक दवाइयां तक बना रहे हैं। एफएसडीए ने ट्यूजडे से छापामारी अभियान शुरू किया तो चौंकाने वाली बातें सामने आई। ट्यूजडे को बांसमंडी और कांकरटोला में छापे के दौरान ब्रांडेड पानी के नाम गंदा पानी बेचते पकड़ा तो वहीं वेडनसडे को परसाखेड़ा में एक फैक्ट्री बिना लाइसेंस के ही चलते मिली। जिसमें खाने के सामान के साथ ही दवाइयां तक बन रही थीं।

यहां की कार्रवाई

कमिश्नर रणवीर प्रसाद के निर्देश पर अपर आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन संजय पांडे के साथ जिला अभिहित अधिकारी धर्मराज मिश्रा ने परसाखेड़ा में एक फैक्ट्री पर छापा मारा, जिसके पास लाइसेंस नहीं था। फैक्ट्री में पानी के पाउच, होम्योपैथिक दवाएं और तमाम प्रकार के अनाधिकृत रूप से बन रहे खाद्य पदार्थ बिना लाइसेंस के बनते मिले। टीम ने सैंपल भरने के साथ ही फैक्ट्री को सील कर दिया। वहीं जिला अभिहित अधिकारी धर्मराज मिश्रा ने बताया सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं रिपोर्ट आने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.ब

व्यापारियों में मचा हड़कंप

टीम के पहुंचते ही परसाखेड़ा में व्यापारियों में भगदड़ मच गई। वे सोच रहे थे पता नहीं किस विभाग की टीम है। सारे व्यापारियों के फोन आपस में घनघनाने लगे। व्यापारियों को जब पता लगा कि खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारा है तो राहत की सांस ली।

दौ सौ करोड़ का कारोबार

डिस्ट्रिक्ट में पानी की बॉटल और पाउच की खूब मांग है। यहां से आस-पास के डिस्ट्रिक्ट में भी पानी की सप्लाई होती है। कारोबारियों के अनुसार गर्मियों में बरेली में हर माह दो सौ करोड़ का टर्नओवर है। शादियों के सीजन कारोबार का ग्राफ काफी ऊंचा रहता है। गांवों में पानी के पाउच और शहर में बोतल ज्यादा बिकती है।

Posted By: Inextlive