GORAKHPUR : सर्वशिक्षा अभियान के तहत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की स्टूडेंट्स को हाइटेक बनाया जाएगा. इसके लिए कवायद भी शुरू हो गई है. भारत सरकार ने पोस्टल डिपार्टमेंट को इसके लिए जिम्मेदारी सौंपी है. पोस्टल डिपार्टमेंट इन स्टूडेंट्स को 'फंक्शनल लिट्रेसी' प्रोवाइड करेगा. इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स को न सिर्फ लेटर राइटिंग के गुर सिखाए जाएंगे बल्कि एकाउंट खोलने के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. डिस्ट्रिक्ट के कस्तूरबा स्कूलों में इसके लिए पोस्टल डिपार्टमेंट बीएसए की मदद लेगा. बच्चों को एजुकेशन देने का काम 10 सितंबर से शुरू कर दिया जाएगा.


फंक्शनल लिट्रेसी से आएगा कांफिडेंस दरअसल, भारत सरकार संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय डाक विभाग, सर्वशिक्षा अभियान के तहत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के स्टूडेंट्स को एजुकेट करने के साथ-साथ उन्हें फंक्शनल लिट्रेसी (कार्यकारी शिक्षा प्रदान करना) की जानकारी देना चाहता है, ताकि ये बच्चे गवर्नमेंट वर्क करने और समझने के लिए अपने अंदर सेल्फ कांफिडेंस ला सकें। अभी तक गवर्नमेंट और अंडर गवर्नमेंट स्कूलों में बच्चों को वेल एजुकेट करने का सिलसिला चल रहा था। । देश के विकास में बच्चे होंगे आगे
इसके लिए डाक विभाग स्टूडेंट्स को राइट टू इंफार्मेशन -2005, लेटर राइटिंग, एकाउंट खोलना, एकाउंट में रुपए जमा करना, मनीऑडर बुक करना, सरकारी कार्य करना और कंप्लेंट रजिस्टर्ड करना आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। इससे बच्चों में शिक्षा और शिक्षा के महत्व के बारे में अभिरुचि बढ़ेगी। गोरखपुर डाक मंडल इन स्टूडेंट्स को सशक्त बनाने और ग्लोबलाइजेशन ट्रेंड में ढालने की पूरी कोशिश करेगा। यह स्टूडेंट्स आगे चलकर कंट्री के डेवलपमेंट में काफी हेल्पफुल होंगे। पोस्टल डिपार्टमेंट 10 सितंबर से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में फंक्शनल लिट्रेसी की जानकारी देगा। इससे स्टूडेंट्स में सेल्फ कॉफिडेंस आएंगे। इसके अलावा तमाम जानकारियां दी जाएंगी। यह सबकुछ बीएसए की मदद से संभव होगा.आलोक ओझा, सीनियर सुप्रिटेंडेंट ऑफ पोस्ट्स, गोरखपुर डिवीजन

Posted By: Inextlive