-स्टूडेंट्स व वीसी से बातचीत के दौरान डीडीयूजीयू चौकी इंचार्ज ने दी थी धमकी

-कैंपस में बढ़ती पुलिस की दखलंदाजी पर लामबंद हुए स्टूडेंट्स, वीसी से हुई शिकायत

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के स्टूडेंट्स इन दिनों खौफ में जी रहे हैं। वीसी से अपनी बात कहने तक पर उन्हें मुल्जिम बना दिए जाने की धमकी मिल रही है। वीसी के सामने की यूनिवर्सिटी के चौकी इंचार्ज द्वारा मुल्जिम बनाने की धमकी देने के मामले में स्टूडेंट लामबंद हो गए हैं। घटना का वीडियो वायरल होने पर हड़कंप मचा है। स्टूडेंट्स का कहना है कि कैंपस में पुलिस की दखलंदाजी हद से ज्यादा बढ़ गई है। आरोप है कि हर मामले में डीडीयूजीयू चौकी इंचार्ज हस्तक्षेप करने पहुंच जाते हैं। स्टूडेंट्स ने इसकी निंदा करते हुए वीसी से चौकी इंचार्ज की शिकायत की है।

परमिशन के बाद भी चौकी इंचार्ज पहुंचे वीसी ऑफिस

बीते दिनों डीडीयूजीयू वीसी ऑफिस में स्टूडेंट छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग लेकर गए थे तथा वीसी से छात्रसंघ चुनाव पर लगे स्टे की कॉपी मांग रहे थे। आरोप है कि बातचीत के दौरान डीडीयूजीयू चौकी इंचार्ज बदरुद्दीन खान भी वहां पहुंच गए और धारा-144 लागू होने की बात कहते हुए स्टूडेंट्स को मुल्जिम बनाने की धमकी देने लगे। जबकि स्टूडेंट चीफ प्रॉक्टर प्रो। प्रदीप यादव से परमिशन लेकर गए थे। इस पर स्टूडेंट्स और चौकी इंचार्ज के बीच बहस हो गई। इस पर चौकी इंचार्ज ने एक स्टूडेंट को धक्का देते हुए कैंट थाने से फोर्स मंगा ली। हालांकि वीसी प्रो। वीके सिंह व चीफ प्रॉक्टर प्रो। प्रदीप यादव ने भी चौकी इंचार्ज को ऐसा करने से मना किया फिर भी वह नहीं माने। इसकी शिकायत कमलेश, राजीव, आलोक, अनूप, प्रमोद, गौरव, आर्या, योगेश आदि स्टूडेंट्स ने चौकी इंचार्ज के व्यवहार की शिकायत वीसी से की है।

कैंपस में बढ़ गई पुलिस की दखलंदाजी

बुधवार दोपहर लॉ डिपार्टमेंट में एबीवीपी के कार्यक्रम के दौरान भी हंगामा हुआ। जिसमें लॉ स्टूडेंट्स और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच काफी बहस हुई, जिसमें भी चौकी इंचार्ज हस्तक्षेप करने से बाज नहीं आए। जबकि मामले के निस्तारण की जिम्मेदारी चीफ प्रॉक्टर की बनती थी। स्टूडेंट्स का कहना है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में पुलिस की दखलंदाजी बढ़ती जा रही है।

उठते सवाल

-आखिर डीडीयू कैंपस में पुलिस का क्या काम है।

-जब वीसी ने छात्राें को मिलने के लिए बुलाया तो चौकी इंचार्ज कैसे घुसे।

-ऑफिस में चौकी इंचार्ज की बदतमीजी पर भी वीसी ने उन्हें क्यों नहीं रोका।

-क्या वीसी पुलिस प्रोटेक्शन में छात्रों से मिल रहे थे।

-बार-बार किसके बुलाने पर पुलिस हॉस्टल से लेकर कैंपस तक घुसती है।

-ऐसा ही हाल रहा तो छात्र अपनी समस्याओं की मांग को लेकर आखिर किससे मिले।

वर्जन

धारा 144 लागू है। लॉ एंड ऑर्डर के अनुसार स्टूडेंट्स को वीसी से मुलाकात की परमिशन थी। लेकिन उनकी संख्या अधिक थी। जितने लोगों को परमिशन थी, उनको छोड़ बाकी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई थी। चौकी इंचार्ज होने के चलते लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करना मेरी जिम्मेदारी है।

बदरुद्दीन खान, चौकी इंचार्ज, डीडीयूजीयू

स्टूडेंट्स को वीसी से मिलने के लिए परमिशन दी गई थी। मेरी मौजूदगी में वीसी से स्टूडेंट्स बात कर रहे थे। इसी बीच चौकी इंचार्ज और स्टूडेंट्स के बीच बहस व हाथापाई हुई।

- प्रदीप यादव, चीफ प्रॉक्टर, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive