केस : 1

7.8.15 : मेडिकल थानाक्षेत्र के जागृति विहार सेक्टर-9 में आवासीय क्षेत्र में मोबाइल टॉवर लगाने पर स्थानीय लोग भड़क गए। पुलिस और टॉवर लगवाने वाले के बीच मिलीभगत का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने शुक्रवार शाम हंगामा कर दिया। धरना दिया और एसओ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।

केस : 2

4.8.15 : देहली गेट थाना क्षेत्र की कबाड़ी बाजार दाल मंडी स्थित एक मकान की छत पर रिलायंस कंपनी का टॉवर लगाने का क्षेत्रवासियों ने जमकर विरोध किया। शिकायत के बाद भी देहली गेट पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, जिसकी वजह से आसपास के दुकानदार और क्षेत्रवासियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर दी। रात में मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को समझाया और टॉवर का निर्माण कार्य रुकवा दिया।

केस : 3

3.8.15 : टीपीनगर की गुप्ता कालोनी के बीच पार्क में मोबाइल टॉवर लगाने को लेकर मंगलवार को दिन में शुरू हुआ विवाद रात तक चला। रात में क्षेत्रवासियों की भीड़ मौके पर पहुंची और टॉवर उखाड़ने का विरोध करते हुए हंगामा किया। सूचना पर पहुंचे एसओ टीपीनगर ने भीड़ को शांत कर मौके पर टॉवर लगाने वाले कर्मचारियों को बुलाया और निर्माण कार्य रुकवाकर टॉवर उखाड़ने को कहा।

- पिछले 10 दिनों में मोबाइल टॉवर को लेकर सिटी के अलग-अलग जगहों पर कई हंगामे

- मंगलवार को भी जागृति विहार में टॉवर लगाने को हुआ

- पुलिस ने रुकवाया काम, पब्लिक मे गुस्सा कायम

Meerut : पिछले 10 दिनों से मोबाइल टॉवर लगाने को काफी हंगामे हो चुके हैं। इसके बाद मोबाइल टॉवर माफिया इनका जाल बिछाने में लगे हुए हैं। प्रशासन और पुलिस इन पर एक्शन भी लेती है, लेकिन वो एक्शन इतना हल्का होता है कि ये टॉवर माफिया इन्हें हवा में उड़ा देते हैं। ऐसा ही एक मामला जागृति विहार में देखने को मिला। जब पब्लिक ने हंगामा शुरू किया और पुलिस पर दबाव बढ़ने लगा। तब जाकर पुलिस ने मोबाइल टॉवर लगाने का काम रुकवाया। सवाल ये है कि इन मौत के टॉवर्स को लेकर पुलिस से प्रशासन तक और एमडीए से लेकर नगर निगम तक हैंड्सअप वाली स्थिति में क्यों हो जाती है?

लग रहा था मोबाइल टॉवर

मामला जागृति विहार सेक्टर-7 का है। जब सुबह 1-ए सेक्टर-7 में रहने वाले मदन पाल राणा के घर की छत पर मोबाइल टॉवर लगाया जा रहा था। जैसे ही लोगों ने मोबाइल टॉवर लगते हुए देखा तो विरोध करना शुरू हो गया। देखते ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। हंगामा शुरू हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को कॉल की। पुलिस के पहुंचते ही स्थानीय लोगों ने इलीगल मोबाइल टॉवर का काम रोकने की मांग की। पुलिस घर की छत पर जाकर काम रुकवा दिया। पुलिस के अनुसार टॉवर पूरी तरह से इलीगल है। इसलिए काम को रुकवा दिया है।

घनी आबादी वाला है इलाका

स्थानीय लोगों ने कहा कि जागृति विहार का सेक्टर-7 और 8 दोनों ही काफी घनी आबादी वाला इलाका है। ऐसे में मोबाइल टॉवर लगाने का क्या तुक है? मोबाइल टॉवर लगाने वाले को सोचना चाहिए कि इससे कितनी तरह की गंभीर बीमारियां होती है। लेकिन पुलिस और प्रशासन भी ऐसे ही लोगों का साथ देते हैं। आम पब्लिक की तभी ही सुनी जाती है।

लगे हुए हैं कई टॉवर

अगर जागृति विहार और आसपास के कई इलाकों की बात करें तो दर्जनों मोबाइल टॉवर लगे हुए हैं, जिन्हें हटाने वाला कोई नहीं है। फिर चाहे वो शास्त्रीनगर हो या फिर मेडिकल के आसपास का इलाका। ऐसा ही हाल बुढ़ाना गेट, श्याम नगर, लिसाड़ी गेट, गंगानगर, ब्रह्मपुरी, कंकरखेड़ा, सरधना रोड, मोदीपुरम, रोहटा रोड, बागपत रोड आदि इलाकों में सैंकड़ों की संख्या में मोबाइल टॉवर लगे हुए हैं, जिन पर कोई एक्शन नहीं हो रहा है।

स्थानीय लोगों की शिकायत आई थी। पब्लिक को शांत कराने के मोबाइल टॉवर लगाने के काम रुकवा दिया गया है। अगर आगे काम होता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- राकेश यादव, एसओ, मेडिकल थाना

मोबाइल टॉवर्स से घनी आबादी वाले इलाके को काफी खतरा होता है। एक तो इसकी रेडिएशन से कई तरह की बीमारियां होती है। दूसरा अगर किसी तरह से गिर गया तो लोगों के जान भी जा सकती है।

- लाखन सिंह, पार्षद पति

जहां ये मोबाइल टॉवर लगाया जा रहा था सामने और पीछे की ओर एक बड़ी आबादी रहती है। ऐसे में इसका यहां रहना ठीक नहीं है।

- अनिल गोयल, स्थानीय निवासी

कुछ लोग अपने निजी फायदे के लिए लोगों की जान से खिलवाड़ करने से नहीं हिचकते हैं। ये टॉवर भी कुछ इसी तरह का उदाहरण हैं।

- उज्ज्वल सिंह, स्थानीय निवासी

इन इलाकों में बड़े ही नहीं बच्चे भी रहते हैं। इस टॉवर के रेडिएशन से उन्हें काफी खतरा हो सकता है। एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस को ऐसे टॉवर्स पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए।

- सुमन लता, स्थानीय निवासी

इन लोगों ने मोबाइल टॉवर लगाने का सोमवार रात से ही शुरू हो गया था, लेकिन जानकारी दिन मे मिली। उसके बाद ही हमने पुलिस और बाकी लोगों को एकत्रित करना शुरू किया।

- रश्मि सिंह, स्थानीय निवासी

पहले भी होते रहे हैं हंगामे

1.7.15 : कंकरखेडा के नटेशपुरम कॉलोनी में एक घर की छत पर मोबाइल कंपनी के टॉवर निर्माण को लेकर लोगों ने विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया। टॉवर लगवाने पहुंचे मोबाइल कंपनी के अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को लोगों के जबर्दस्त विरोध का सामना करना पड़ा।

24.5.15 : सूरजकुंड रोड स्पो‌र्ट्स गुड्स व्यापार संघ ने गुरुमीत भाटिया पर जर्जर भवन में मोबाइल टॉवर लगाने का आरोप लगाते हुए प्रशासन से शिकायत की है। व्यापार संघ ने विरोध करते हुए नौचंदी पुलिस को भी सूचित किया, जहां फैंटम ने पहुंचकर काम रुकवाया। एडीएम सिटी ने भी काम को तत्काल रोकने का निर्देश जारी किया।

17.5.15 : प्रीत विहार मे टावर लगाने को लेकर स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। उनका आरोप था कि टॉवर की रेज से बीमारी पनप जाती है। उन्होंने टॉवर लगाने पर रोक लगाने की मांग की है।

18.4.15 : संजय विहार कालोनी में एक टावर लगाने के विरोध में कालोनीवासियों ने जोरदार हंगामा खड़ा कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस टॉवर निर्माणकर्ता के आगे बेबस दिखाई पडी। कालोनीवासियों ने पूरे मामले की शिकायत जिलाधिकारी व कमिश्नर से करते हुए रोक लगाने की मांग की है। कालोनीवासियों ने पुलिस पर सांठगांठ करने का आरोप भी लगाया है।

Posted By: Inextlive