भावी टीचर्स को बनाएंगे अच्छा काउंसलर
बीएड करने वाले ले सकेंगे साइकोलॉजी काउंसिलिंग का डिप्लोमा
Meerut। सीसीएसयू में अब बीएड करने वाले भी साइकोलॉजी काउंसिलिंग डिप्लोमा का कोर्स कर सकेंगे। हालांकि बीएड करने वाले ऐसे स्टूडेंट्स ही ये कोर्स कर पाएंगे, जिन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन कर रखी है। यूनिवर्सिटी का मानना है कि एक टीचर को एक अच्छा काउंसलर भी होना चाहिए। जो बच्चों को पढ़ाने के साथ समय-समय पर उनकी काउंसलिंग भी कर सके। 2019-20 से शुरू किया जा रहा है कोर्स 30 सीटें हैं सीसीए यूनिवर्सिटी में कोर्स के लिए एडमिशन के लिए बीएड के साथ एमए होना जरुरी 50 प्रतिशत मार्क्स भी होने जरूरी हैं एमए में अप्लाई करने के बाद मेरिट के आधार पर होगा एडमिशन। 30 हजार रुपये होगी कोर्स की फीस 75 प्रतिशत अटेंडेंस जरुरी होगी कोर्स के दौरान 2 सेमेस्टर का होगा कोर्स 400 नंबर का होगा एग्जाम300 नंबर का थ्योरीटिकल एग्जाम होगा
100 नंबर का प्रैक्टिकल एग्जाम रहेगा। काउंसिलिंग क्या है। काउंसिलिंग की थ्योरी क्या है। काउंसिलिंग की टेक्निक क्या है। काउंसलिंग किसको दी जाती है। किस लेवल तक काउंसिलिंग फायदेमंद साबित होती है। ये सब कुछ साइकोलॉजी काउंसिलिंग डिप्लोमा कोर्स में पढ़ाया जाएगा। प्रो। बीर सिंह, कोर्डिनेटर ऑफ डिप्लोमा इन साइकोलॉजी काउसिलिंग