20 स्कूलों में कई महीनों से नहीं मिल रहा बच्चों को मिड डे मील

40 से 50 स्कूल रोजाना मिड-डे मील प्रोवाइड कराने में नाकाम

500 हजार बच्चे इस योजना का लाभ लेने हैं वंछित

नहीं भेजी जा रही हर माह रिपोर्ट, बजट न होने का तर्क दे रहे हैं स्कूल

मिड-डे मील विभाग की ओर से हुई जांच समीक्षा में खुलासा

Meerut। अरबों रूपये खर्च करने के बाद भी नौनिहाल मिड-डे मील योजना से कोसों दूर हैं। कागजों में स्थिति जो भी हो, लेकिन हकीकत यही है कि स्कूलों में महीनों-महीनों तक बच्चों को मिड-डे मील नहीं मिलता। मिड-डे मील विभाग की ओर से हुई जांच समीक्षा में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक करीब 40-50 स्कूल डेली मिड-डे मील प्रोवाइड कराने में नाकाम हैं। वहीं करीब 20 स्कूलों में महीनों से खाना नहीं बंट पाया है।

यह है स्थिति

प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को स्कूल की तरफ से सरकारी योजना के तहत गर्मागर्म मिड-डे मील देने का प्रावधान है। इसकी मॉनटिरिंग शासन लेवल से होने के बावजूद स्कूलों में खाना नहीं परोसा जा रहा है। स्थिति यह है कि अधिकतर स्कूलों में अगस्त के बाद से ही बच्चों को मिड-डे मील देना बंद कर दिया था। जिसकी वजह से करीब पांच हजार बच्चे इस योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। इसके अलावा जांच में यह भी सामने आया है कि ब्लॉक स्तर पर स्कूलों में मिड-डे मील की मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। जिसकी वजह से स्कूल लापरवाही कर रहे हैं।

उधारी का रोना

मिड-डे मील न देने के पीछे स्कूल बजट न होने को वजह बता रहे हैं। अधिकतर स्कूल संचालक उधारी में होने का रोना रो रहे हैं। किसी स्कूल में रसोइयों का मानदेय नहीं मिला है तो किसी स्कूल में मिर्च-मसालों के साथ कुकिंग कॉस्ट के लिए भी बजट नहीं हैं। जबकि अधिकतर स्कूलों का कहना है कि सितंबर से अक्टूबर का बजट नहीं मिला है। ऐसे में मिड-डे मील प्रोवाइड करवाना बेहद मुश्किल है।

रिपोर्ट भेजनी अनिवार्य

मिड-डे मील की मंथली रिपोर्ट न मिलने की वजह से राज्य सरकार को केंद्र सरकार से ग्रांट मिलना मुश्किल होता जा रहा है। इस संबंध में मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण के निदेशक अब्दुल समद ने सभी को कड़े निर्देश जारी कर अनिवार्य रूप से रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है। इसके अलावा उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि बीएसए बीईओ, मिड-डे मील कोर्डिनेटर और कंप्यूटर ऑपरेटर इस रिपोर्ट को हर महीने की 1 से 10 तारीख तक भिजवाने की व्यवस्था करेंगे।

कई स्कूलों की जांच और समीक्षा रिपोर्ट तैयार की गई है। जिन स्कूलों में मिड-डे मील नहीं दिया जा रहा है उन्हें नोटिस दिया जाएगा।

वीरेंद्र कुमार, मंडलीय समन्वयक, मिड-डे मील

Posted By: Inextlive