कुंभ के लिए बनाई जाने वाली टेंट सिटी में खासतौर से बनाया जाएगा गांधी ग्राम

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ALLAHABAD: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सबसे प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम' यूं तो हर किसी की जुबान पर होता है, लेकिन इस भजन का दिव्य एहसास संगम की रेती पर जनमानस को होगा। अगले वर्ष आयोजित होने जा रहे कुंभ मेला में पूरी दुनिया को लगातार चालीस दिनों तक इस भजन के बोल सुनाई देंगे। इसके लिए मेला क्षेत्र में पहली बार बसाई जाने वाली टेंट सिटी में खासतौर से गांधी ग्राम बनाया जाएगा। इसमें गांधी जी की प्रिय वस्तुओं को रखने की जिम्मेदारी मेला प्राधिकरण ने पर्यटन विभाग को सौंपी है।

साबरमती आश्रम जैसा बनाएंगे

राष्ट्रपिता की 150वीं जयंती के तहत होने वाले आयोजनों को देखते हुए कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद की ओर से टेंट सिटी में गांधी ग्राम बनाने की कवायद शुरू की गई है। इसको भव्यता प्रदान करने के लिए पर्यटन विभाग ने साबरमती आश्रम की तर्ज पर गांधी ग्राम बनाने की योजना बनाई है। यह ग्राम पूरी तरह से स्विस काटेज के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें गांधी जी की अमूल्य धरोहर लकड़ी का चरखा, उनकी डेस्क, गांधी स्मृति वाहन, खादी का कुर्ता आदि रखा जाएगा। इन वस्तुओं को हूबहू उसी तरह कारीगरों द्वारा तैयार कराया जाएगा।

एनसीजेडसीसी को भी जिम्मेदारी

मेला प्रशासन ने पर्यटन विभाग को गांधी ग्राम व कला ग्राम बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है तो दोनों ग्रामों में क्या-क्या होना चाहिए और गांधी जी की वस्तुओं को किस तरह से बनाया जाएगा, इसकी जिम्मेदारी उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र को सौंपी है। जून के अंतिम सप्ताह में दोनों विभागों की होने वाली बैठक में आयोजन की रुपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा।

टेंट सिटी की खासियत

- टेंट सिटी के लिए नैनी के अरैल एरिया में पांच एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। इसमें से एक एकड़ जमीन में गांधी ग्राम बनाया जाएगा।

- मेला क्षेत्र में पहली बार अप्रवासी भारतीयों व वीआईपी गेस्ट के लिए टेंट सिटी में पांच हजार टेंट लगाए जाएंगे। इसमें सभी को स्विस काटेज के रूप में बनाया जाएगा।

- सिटी में कला ग्राम व गांधी ग्राम बनाया जाएगा। ग्राम में लगाए जाने वाले टेंट स्विस काटेज तीन प्रकार का होगा। महाराजा, डीलक्स और सुपर डीलक्स काटेज की सुविधा प्रदान की जाएगी।

- गांधी ग्राम में हर वक्त गांधी जी का प्रिय भजन और उसकी धुन को बजाया जाएगा। इसको दो किमी की परिधि में जनमानस को सुनाने के लिए हाई क्वालिटी के साउंड सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा।

- गांधी जी की प्रिय वस्तुओं का कलेक्शन दिखाया जाएगा और स्वच्छता अभियान पर केन्द्रित एक काउंटर भी खोला जाएगा। जहां गांधी जी के विचारों का प्रचार आडियो-वीडियो से कराया जाएगा।

- दिसम्बर महीने तक टेंट सिटी स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ताकि जब पांच हजार अप्रवासी भारतीय प्रयाग पहुंचे तो उन्हें वहां ठहराया जा सके।

टेंट सिटी के जरिए कला ग्राम और गांधी ग्राम बनाने की योजना बनाई गई है। ऐसी योजना पर काम किया जा रहा है कि मेला अवधि में हर समय गांधी जी का प्रिय भजन श्रद्धालुओं को सुनाई देता रहे। गांधी ग्राम हूबहू साबरमती आश्रम की तर्ज पर बनाया जाएगा।

अनुपम श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी

Posted By: Inextlive