- इम्पोर्टेड मूर्तियों से अटा पड़ा ज्वैलरी बाजार

- किफायती दामों में सोने और चांदी के लक्ष्मी गणेश आ रहे हैं थाईलैंड से

- इटैलियन ज्वैलरी ने किया बाजार पर कब्जा, युवाओं को भा रही

akhil.kumar@inext.co.in

Meerut : हेलोहेलोइस बार दिवाली पर थाईलैंड से गणेशा हमारे घर आए हैं। सुनने में कुछ अटपटा बेशक हो, लेकिन यह सच्चाई है। सर्राफा बाजार में ग्राहकों को आजकल विदेशी गणेशा लुभा रहे हैं। दिवाली से पहले बाजार में इम्पोर्टेड लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की भरमार है। मजे की बात तो यह है कि ये सुंदर मूर्तियां हमारे बजट में भी हैं।

विदेशी मूर्तियों से अटा पड़ा बाजार

आबूलेन स्थित जैना ज्वैलर्स ने शोरूम की पहली मंजिल को लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों से सजा रखा है। बेहतरीन नक्काशी और सफाई से बनी ये सोने-चांदी की मूर्तियां या तो कांच के फ्रेम में हैं या फोटो फ्रेम में सेट की गई हैं। ज्वैलर्स अंकुर जैन बताते हैं कि इन इम्पोर्टेड मूर्तियों की बड़ी डिमांड है। मजे की बात तो ये है कि ये मूर्तियां सामान्य बजट में है। बाजार में पांच हजार से लेकर पचास हजार तक की चांदी के विदेशी लक्ष्मी-गणेश मौजूद हैं, तो तो वहीं आठ हजार से एक लाख तक के फ्रेम में सोने के लक्ष्मी-गणेश बिक रहे हैं। बेहद आकर्षक इस मूर्तियों की लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं।

इस बार दिवाली में 'चांद बाले'

इस बार दिवाली पर चांद बाले चाहिए, जी हां ज्वैलर्स की मानें तो कानों के लिए महंगे सोने के चांद बाले महिलाओं की इस बार पसंद बने हुए हैं। महिलाएं किसी और ज्वैलरी के बजाय चांद बालों को प्रिफर कर रही हैं। उन्होंने बताया कि ये बाले पचास हजार से डेढ लाख तक के हैं। बेहतरीन नक्काशी के साथ तराशे गए इन बालों को उम्दा फिनिशिंग दी गई है।

टेंपल ज्वैलरी का जबरदस्त क्रेज

लैटेस्ट ज्वैलरी में टेंपल ज्वैलरी का जबरदस्त क्रेज है। जैना ज्वैलर्स में कई वैराइटीज की टैंपल ज्वैलरी मौजूद है। बता दें कि गले के लिए बनने वाले सोने के इस लॉकेट में भगवान की मूर्तियों, खासकर गणेश जी को उकेरा गया है। 24 कैरेट सोने से बनी इस ज्वैलरी को बेहतर नक्काशी दी गई है। फव्वारा चौक स्थित बालसन ज्वैलर्स के शिवम अग्रवाल का कहना है कि दिवाली में इस बार इंपोर्टेड इटैलियन ज्वैलरी, कलकत्ता ज्वैलरी का भी बड़ा क्रेज है।

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जेब पर भारी दिवाली

- ग्राहक के पास पैसे की कमी से पस्त पड़ा ज्वैलरी बाजार

- लो बजट की सोने और चांदी की ज्वैलरी प्रिफर कर रहा ग्राहक

रूद्गद्गह्मह्वह्ल : कारोबार तैयार है, बस ग्राहक का इंतजार है। वेस्ट यूपी में खासी पहचान बना चुके मेरठ के सर्राफा बाजार में इस बार दिवाली पर भीड़भाड़ कुछ कम है। मेरठ के अलावा पड़ोसी जनपदों के ग्राहकों को प्रभावित कर रहे सर्राफा बाजार में दिवाली के दिनों में भी सन्नाटा पसरा है। आई नेक्स्ट ने वजह की पड़ताल की तो निकलकर आया कि बाजार तो तैयार है पर 'कैश फ्लो' न होने से ग्राहक के पास खर्चने के लिए पैसे नहीं है। अब वो ऐसे में लो बजट की ज्वैलरी को प्रिफर कर रहा है।

'कैश फ्लो' में कमी बड़ी वजह

सदर स्थित जोधामल कैलाशचंद्र ब्रदर्स के ऑनर मयूर जैन का कहना है कि बाजार में इस बार या तो लो बजटेड कस्टमर है या हाई बजटेड है। ग्राहकों की संख्या भी पिछली दिवाली से कम है। वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी और 'कैश फ्लो' में कमी के चलते ऐसा है। आबू प्लाजा स्थित जैना ज्वैलर्स के प्रमुख अंकुर जैन बताते हैं कि इस बार 'कैश फ्लो' कम होने से ग्राहक तो हैं किंतु वो लो बजटेड हैं। आम दिनों की अपेक्षा दिवाली पर बाजार में जमकर भीड़भाड़ होने लगती थी किंतु इस बार ऐसा नजर नहीं आ रहा है। ग्राहक तो आ रहा है किंतु वो महंगे ज्वैलरी नहीं ले रहा है।

Posted By: Inextlive