पांच दिन बाद मिला गंगाजल
फिर घर-घर गंगे
पांच दिन बाद लोगों को मिला गंगाजल - हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को वेतन दिलाने का आश्वासन दिया - पिछले पांच दिन से बंद थी गंगाजल की आपूर्ति मेरठ। पूर्व विधायक डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी और पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया का कोशिश रंग लाई। भोला की झाल स्थित प्लांट पर पहुंचे पूर्व विधायक डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी और पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने गंगाजल आपूर्ति शुरू करने की बात मान ली। पांच दिन बाद गुरुवार को दोपहर में गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो गई। यह हुई वार्ता गुरुवार को पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत वाजपेयी और पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया भोला झाल स्थित प्लांट पर पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों को वेतन दिलाने का आश्वासन दिया। जिस पर कर्मचारियों ने धरना खत्म कर दिया और गंगाजल की आपूर्ति शुरू कर दी। 15 लाख में मिल सकता है 100 एमएलडी गंगाजलडॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि मात्र 15 लाख रुपये में 100 एमएलडी गंगाजल निगम को मिल सकता हैं। तो हर माह डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक खर्चा क्यों करना। 50 टयूबवैल को बंद करके हर माह डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक बचाया जा सकता है।
शासन को लिखा पत्रवहीं दूसरी तरफ शासन को नगर आयुक्त द्वारा पत्र लिखा जा चुका है। उधर जल निगम ने भी शासन को इस स्थिति से अवगत करा दिया है और नगर निगम को गंगाजल प्लांट का मेंटीनेंस देने की मांग की है।
कई दिन से सप्लाई थी बंद गंगाजल की आपूर्ति रविवार से बंद थी। आपूर्ति बंद होने से शहर में पानी का संकट गहराने लगा था। जल निगम नगर निगम पर और नगर निगम जल निगम की गंगाजल आपूर्ति बंद होने का ठीकरा फोड़ रहा था। इस दौरान प्रोजेक्ट मैनेजर भारत भूषण, हरीश कुमार, सेंसरपाल, नरेन्द्र उपाध्याय, विवेक बाजपेई, मनोज गोस्वामी, हरेंद्र कुमार, पीयूष, राकेश शर्मा आदि मौजूद रहे। गंगाजल की आपूर्ति शहर के लिए बहुत जरूरी है। कर्मचारियों से बात की गई है। उन्होंने वेतन मिलने के आश्वासन पर गंगाजल की आपूर्ति शुरू कर दी है। डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी, पूर्व शहर विधायक गंगाजल की आपूर्ति बिना सूचना के बंद करना गलत बात है। पांच दिन से गंगाजल की आपूर्ति बंद थी। उनके वेतन के लिए कंपनी के अधिकारियों से बात की है। हरिकांत अहलूवालिया, पूर्व महापौर नगर निगम ही इसका मेंटीनेंस करेगा। इसके लिए शासन से बातचीत की जा रही है। जल्द ही इस पर कोई निर्णय ले लिया जाएगा।भारत भूषण, प्रोजेक्ट मैनेजर जल निगम
गंगाजल शुरू हो गया बहुत अच्छी बात है। लेकिन इसके लिए अधिकारियों को कोई स्थाई समाधान सोचना चाहिए। गोपाल गौरव गंगाजल की आपूर्ति बंद होने से पानी की समस्या होने लगी थी। पानी का प्रेशर कम हो गया था। सचिन त्यागी गंगाजल की आपूर्ति बंद होने से परेशानी तो हुई। अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। खेखर त्यागी