- गंगा के साथ वरुणा ने भी दिखाना शुरू किया तेवर, वरुणा पार की कई पॉश कॉलोनियों से लेकर सरैया समेत कई दूसरे इलाकों में सैकड़ों लोग हुए बेघर

- गंगा भी खतरे के निशान से कुछ ही दूर, बाढ़ में आई स्पीड के बाद प्रशासन हुआ अलर्ट

VARANASI: संडे को अचानक गंगा और वरुणा के रौद्र रुप धारण करने के बाद सोमवार को भी इन दोनों नदियों का कहर जारी रहा। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण उत्तराखंड की ओर कुछ डैम के खोले जाने के बाद हालात बदले हैं और आगे स्थिति और बिगड़ने के पूरे आसार हैं। हालांकि गंगा के जलस्तर में बढ़ाव की स्पीड सोमवार को स्लो हुई लेकिन वरुणा ने लोगों को उनके घरों से बाहर निकालकर खुले आसमान के नीचे लाकर खड़ा कर दिया। गंगा के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी का असर शहर के अलावा ढाब क्षेत्रों में भी देखने को मिला और ग्रामीण क्षेत्र के कई गांव गंगा में डूब गए। वरुणा के कहर का असर अधिकतर मुस्लिम इलाकों में ज्यादा देखने को मिला। घनी बस्तियों के अलावा वरुणा में बढ़ाव का असर कई पॉश कॉलोनियों पर भी दिखने लगा है। अचानक शुरू हुए इस बढ़ाव से लोगों की मुसीबत दुगनी हो गई है।

दोनों नदिया हैं ऊफान पर

गंगा और वरुणा दोनों के एक साथ बढ़ने से हालात बिगड़ने लगे हैं। सिटी में गंगा के बढ़ने से जहां घाटों की कनेक्टिविटी खत्म हो गई है। वहीं अब गंगा गलियों से होती हुई सड़क पर आने को बेताब है। दशाश्वमेध और शीतला घाट पर गंगा सीढि़या चढ़ चुकी हैं और सड़क की ओर बढ़ रही हैं। वहीं वरुणा में बढ़ाव का क्रम भी लगातार जारी है। वरुणा का जल स्तर बढ़ने के चलते वरुणा पार के अधिकांश मुस्लिम और निचले इलाके प्रभावित हैं। इसके चलते वरुणा का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। सरैया, पुरानापुल और शैलपुत्री इलाके में वरुणा के रिहायशी इलाकों में पहुंचने के कारण लोग पलायन को मजूबर है। इन इलाकों के लोगों की मानें तो अब तक क्00 से ज्यादा परिवार अपना घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तलाश में निकल चुके हैं। वहीं भ्00 से ज्यादा परिवार वरुणा के लगातार बढ़ते जलस्तर के चलते सुरक्षित जगहों की तलाश में जुट गए हैं।

नहीं पहुंची अब तक कोई मदद

वरुणा में शुरू हुए बढ़ाव के बाद भले ही सैकड़ों परिवार इससे परेशान हो लेकिन अब तक इन परिवारों तक किसी तरह की कोई भी प्रशासनिक मदद नहीं पहुंची है। वरुणा के कहर से पुराना पुल और सरैया इलाके के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इलाके के लोगों का आरोप है कि वरुणा के बढ़ाव के कारण कई परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। बारिश दो दिनों से रुकने का नाम नहीं ले रही हैं और प्रशासन की ओर से अब तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा है।

वरुणा के बढ़ने से ये इलाके हैं प्रभावित

सरैया, शैलपुत्री, पुरानापुल, पुलकोहना, ककरहवा, घार, नक्खीघाट, शक्करतालाब, मडि़या, ऊंचाहुआ, तीन पुलिया।

घटी स्पीड लेकिन मुसीबत नहीं हुई कम

एक ओर जहां वरुणा अपना रौद्र रुप दिखाने की तैयारी में है। वहीं दूसरी ओर गंगा भी लगातार ऊपर की ओर बढ़ रही है। क्0 अगस्त से गंगा के जलस्तर में तेजी से हो रहे बढ़ाव के कारण गंगा सोमवार को खतरे के निशान से क्.क्9 मीटर ही नीचे बह रही है। गंगा के तेजी से बढ़ने से हालात भी बिगड़ रहे हैं। इसके चलते मणिकर्णिका और हरिश्चन्द्र घाट पर शवों का दाहसंस्कार अब गलियों में हो रहा है। वहीं गंगा के बढ़ने से नौका संचालन पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। पुलिस और प्रशासन की ओर से घाटों पर पीएसी की फ्लड टीम और गोताखोरों को हमेशा एक्टिव रहने के आदेश दे दिए गए हैं। इसके अलावा अस्सी और दशाश्वमेध पर जल पुलिस को मोटर बोट चेक कर उसका यूज गश्त में कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लेते रहने को भी कहा जा चुका है। वहीं ढाब क्षेत्र में भी हालत बिगड़ते जा रहे है। इसके चलते प्रशासन ढाब इलाके में बसे लोगों को सुरक्षित इलाकों तक पहुंचाने में जुट गया है।

लगातार बढ़ रही है गंगा

गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पिछले दो दिनों के दौरान ही गंगा तेजी से बढ़ी है

डेट बढ़ाव ट्रेंड

08 अगस्त म्भ्.ख्फ् मीटर घटाव

09 अगस्त म्भ्.भ्8 मीटर बढ़ाव

क्0 अगस्त म्7.90 मीटर बढ़ाव

क्क् अगस्त म्9.09 मीटर बढ़ाव

ये सारे आंकड़े केन्द्रीय जल आयोग से मिले हैं। आयोग के मुताबिक गंगा का जलस्तर बनारस में खतरे के निशान से कुछ ही दूर है जबकि बलिया और गाजीपुर में गंगा मंगलवार तक डेंजर लाइन को पार कर सकती हैं। आयोग के मुताबिक बनारस में अभी गंगा में बढ़ाव जारी रहेगा। जिसका असर इसकी सहायक नदियों पर भी पड़ेगा। यानि अभी वरुणा में भी बढ़ाव जारी रहने की उम्मीद है। हालांकि रविवार की अपेक्षा सोमवार को गंगा का तेजी से बढ़ रहा जलस्तर स्लो हुआ है। केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक सोमवार की सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर रविवार के म्7.90 मीटर की तुलना में बढ़कर म्9.09 मीटर हो गया। यानि सोमवार सुबह तक गंगा में क्.क्9 मीटर का बढ़ाव दर्ज किया गया है। हालांकि रविवार को छह सेमी प्रति घंटे बढ़ रही गंगा की स्पीड सोमवार को तीन सेमी प्रतिघंटा हो गई है।

Posted By: Inextlive