-एक का शव बरामद, दूसरी की लाश खोजने में जुटे गोताखोर

-तीन अन्य किशोरियों को ग्रामीणों ने बचाया, जन्माष्टमी पर कुरेसर घाट गई थीं गंगा स्नान करने

>NAWABGANJ: नवाबगंज थाना क्षेत्र के कुरेसर घाट पर शनिवार सुबह गंगा स्नान करते समय पांच किशोरियां नदी में डूब गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तीन को बचा लिया, लेकिन दो को नहीं बचा सके। एक का शव भी बरामद हो गया, जबकि दूसरी किशोरी की लाश के लिए घंटों गोताखोर नदी में प्रयास करते रहे। सूचना पाकर एसडीएम सोरांव और एसओ नवाबगंज समेत कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।

नवाबगंज थाना क्षेत्र के डांडी गांव निवासी भगवानदीन पाल एलआइसी में एजेंट हैं। उनकी पुत्री शिवांकी पाल (13) नवाबगंज स्थित केएल पब्लिक स्कूल में कक्षा छह में पढ़ती थी। पड़ोस की रहने वाली जूली पाल (17) रामदुलारी बच्चूलाल जायसवाल डिग्री कॉलेज नवाबगंज में बीए तृतीय वर्ष में थी। शनिवार सुबह शिवांकी अपनी बहन शिवानी, पड़ोस की रहने वाली जूली, मंशा पटेल, सविता के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर कुरेसर घाट पर गंगा स्नान को गई। यहां अचानक पांचों गहरे पानी में चली गई और डूबने लगी। मदद की आवाज लगाने पर घाट पर मौजूद ग्रामीणों ने नदी में छलांग लगाकर मंशा, सविता और शिवानी को बचा लिया, लेकिन शिवांकी और जूली का पता नहीं चला। सूचना पाकर चौकी प्रभारी डांडी रोहित कुमार मौके पर पहुंच गए। गोताखोरों को बुलाया गया। गोताखोरों ने ग्रामीणों की मदद से शिवांकी को बाहर निकाला और आनन-फानन में उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, जूली का शव बरामद नहीं हो सका। जानकारी पाकर कुछ देर में एसडीएम सोरांव, नवाबगंज एसओ रामआशीष उपाध्याय, एसआई कमलेश कुमार, प्रभात आदि मौके पर पहुंच गए। जूली के शव को बरामद करने के लिए नदी में जाल डलवाया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। चौकी प्रभारी डांडी रोहित कुमार ने बताया कि अंधेरा होने के कारण गोताखोर नदी से बाहर निकल आए। रविवार सुबह फिर से जूली के शव को नदी में खोजा जाएगा।

लालजी के साहस को सराहा

कुरेसर गांव निवासी लालजी यादव के साहस की हर कोई सराहना कर रहा है। पांचों किशोरियां जब गंगा नदी में डूबी तो उस समय लालजी यादव गंगा स्नान कर घाट पर बने मंदिर में पूजा कर रहे थे। किशोरियों की चीख सुनकर वह घटनास्थल पर दौड़े तो साहस दिखाते हुए गंगा नदी में छलांग लगा दी। लालजी को देखकर अन्य ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाई और तीन किशोरियों को बचा लिया गया।

हर कोई भागा घाट की ओर

कुरेसर घाट पर पांच किशोरियों के डूबने की जानकारी जिसे मिली वह घाट की तरफ दौड़ पड़ा। कुरेसर गांव के साथ ही डांडी, खिदिरपुर, भिखनपुर समेत आसपास के गांव के लोगों का जमावड़ा लग गया। नदी में डूबी दो किशोरियों के शव को बरामद करने के लिए ग्रामीणों ने एड़ी-चोटी को जोर लगा दिया। प्रधान इंद्रराज यादव, पूर्व प्रधान कृष्णा पाल, राजपाल यादव उर्फ पाले, रामकैलाश यादव उर्फ पुतन, पूर्व ब्लाक प्रमुख तुलसीराम सरोज, मुलायम यादव, विमल, डांडी निवासी धन्ने यादव आदि ने मृत किशोरियों के परिजनों को ढांढस बंधाया। वहीं, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से भी बातचीत कर जूली के शव को बरामद करने के लिए और गोताखोर लगाने की मांग की।

गांव में नहीं जले चूल्हे

शिवांकी और जूली पाल के गंगा नदी में डूबने से डांडी गांव के लोग बेहद दुखी हैं। गांव की महिलाओं का दोनों के घरों पर जमावड़ा लगा है। गांव के अधिकांश घरों में चूल्हा नहीं जला। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों किशोरियां पढ़ने में होनहार थीं। परिजनों को उम्मीद थी कि आगे चलकर वह परिवार का नाम रोशन करेंगी, लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था।

Posted By: Inextlive