- 8 घंटे ही फिलहाल हो रही पानी की सप्लाई

- 5 बजे सुबह से 9 बजे और सायं 5 बजे से 9 बजे तक जलापूर्ति

- 2017 अप्रैल में जल निगम को लिखे पत्र में नगर निगम ने असमर्थता जताई थी

- 50 से 60 मिलियन लीटर प्रतिदिन पेयजल का संचालन हो रहा है ।

- 20 लाख का बकाया है कंपनी का, पहले भी बंद हो चुका है प्लांट

आई एक्सक्लूसिव

मेरठ: सोमवार से मेरठ में 'गंगाजल' की सप्लाई ठप हो जाएगी। ऑपरेशन कॉस्ट का भुगतान न होने के कारण संचालन कर रही कंपनी प्रतिभा इंटरप्राइजेज संचालन से हाथ खींच रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट पूर्व में ही जलापूर्ति ठप होने की आशंका जता चुका है। बकरीद पर सप्लाई बाधित होने की आशंका से अफसरों के हाथ-पांव फूल रहे हैं।

तकरीबन 20 लाख का बकाया

करोड़ों की लागत से बनी मेरठ की गंगाजल परियोजना अफसरों की हीलाहवाली और जनप्रतिनिधियों की नजरंदाजी का शिकार है। फिलहाल भोले की झाल स्थित प्लांट का संचालन करने से कंपनी ने हाथ खड़े कर दिए हैं। जल निगम के अफसर संचालन कर रही कंपनी प्रतिभा इंटरप्राइजेज को ऑपरेशन कॉस्ट के भुगतान के लिए जहां आश्वासन भी नहीं दे पा रही है तो वहीं ऑपरेशन कॉस्ट 20 लाख पार कर गई है। कंपनी ने जल निगम के अधिकारियों को रविवार के बाद सप्लाई ठप करने का अल्टीमेटम दिया है।

नगर निगम खड़े कर चुका है हाथ

अप्रैल 2017 को जल निगम को लिखे पत्र में नगर निगम ने स्वीकार किया कि गंगाजल परियोजना के ऑपरेशन में निगम असमर्थ है। ऐसे में जल निगम ही इस परियोजना का ऑपरेशन और मेंटीनेंस करे। निगम के हाथ खड़े करने के बाद भी जल निगम द्वारा ऑपरेशन एवं मेंटीनेंस कॉस्ट के लिए शासन स्तर पर पहल शुरू नहीं की गई। शुक्रवार को प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे गंगाजल परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर भारत भूषण कंपनी को भुगतान में संबंध में आश्वासन तक नहीं दे सके।

8 घंटे ही हो रही सप्लाई

शहरवासियों को 24 घंटे पेयजलापूर्ति का दावा करते हुए गंगाजल परियोजना की स्थापना की थी। आलम है कि फिलहाल 8 घंटे ही पानी की सप्लाई हो रही है। प्रात: 5 बजे से 9 बजे और सायं 5 बजे से 9 बजे तक जलापूर्ति शहर के विभिन्न हिस्सों में की जा रही है। फिलहाल गंगाजल परियोजना के तहत भोले की झाल से मेरठ शहर में 50 से 60 मिलियन लीटर पर डे पेयजल का संचालन हो रहा है।

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लखनऊ में होने वाली मीटिंग के दौरान गंगाजल परियोजना के संचालन के लिए ऑपरेशन कॉस्ट का मुद्दा मुख्यालय में रखा जाएगा। शासन से परियोजना को नगर निगम को सौंपने के लिए भी कहा जाएगा। बकरीद तक सप्लाई सुचारु रखने के लिए कंपनी को कहा गया है।

-भारत भूषण, परियोजना अधिकारी, गंगाजल

Posted By: Inextlive