RANCHI : शुक्रवार की शाम अरगोड़ा इलाके में मारा गया शक्ति सिंह बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद संदीप थापा के लिए पैसे कलेक्ट करता था और पैसे कलेक्ट करने के बाद जेल गेट जाकर उसका हिसाब भी देता था। थापा के जेल जाने के बाद बालू का ठेका, ऑटो स्टैंड का ठेका समेत अन्य ठेकों की जिम्मेवारी शक्ति सिंह ने ही संभाल रखी थी। इसी वजह से कई बार अन्य गैंग के मेंबर्स से भी शक्ति सिंह की झड़प हो चुकी है।

अकेले घूमता था शक्ति सिंह

शक्ति सिंह के जानकारों का मानना है कि वह संदीप थापा के साथ रंगदारी मांगने के आरोप में जब जेल से छूटा तो उसने सामान्य जीवन व्यतीत करना शुरू कर दिया था। वह अकेले ही रहता था और अकेले ही पैसों का कलेक्शन करता था।

जिसे खोज रही पुलिस, वह फरार

शक्ति सिंह के भाई ने पुलिस को कुछ अपराधियों के नाम भी बताए हैं, जो बालू ठेका से लेकर ऑटो स्टैंड के ठेके में अपना वर्चस्व स्थापित करने में जुटे हुए हैं। उनलोगों को पता चल गया कि अब संदीप थापा जेल से कभी बाहर नहीं निकलेगा। इसलिए उनलोगों ने योजना के तहत जेल के बाहर रह रहे उसके साथियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। हत्याकांड में नाम आने की वजह से सभी फरार हो गए है। यह भी बताया जा रहा है कि थापा के जितने आदमी रांची में है, उसके सब साथी शक्ति हत्याकांड के बाद से अंडरग्राउंड हो गए हैं।

कल मिला था शव

गौरतलब हो कि शुक्रवार की शाम में अरगोड़ा पुलिस को हरमू बिजली ऑफिस के समीप शक्ति सिंह का शव मिला था। रिम्स में डॉक्टरों ने पुलिस को बताया था कि उसे तीन गोलियां मारी गई हैं। पुलिस शक्ति के परिजनों का बयान लेकर मामले की तफ्तीश में जुट गई है।

Posted By: Inextlive