निस्तारण ना होने से बढ़ रही कूडे़ में आग की घटनाएं

एक माह में दर्ज कराई गई महज तीन एफआईआर

Meerut । पूरा जनपद स्मॉग की चपेट में है, स्मॉग को रोकने के लिए एनजीटी से लेकर प्रदूषण विभाग लगातार प्रयास कर रहा है लेकिन नगर निगम की लापरवाही के चलते एनजीटी का प्रयास विफल हो रहे हैं। निगम ने दावा किया था कि कूड़ा जलने की घटनाओं को रोकने के लिए ऐसी सख्त व्यवस्थाएं की गई है कि शहर में कहीं भी कूड़ा नही जलेगा तो तुरंत एक्शन होगा एफआईआर होगी, लेकिन शहर में कूड़ा जलने की घटनाएं कम नही हो रही है और शहर की आबोहवा में धुआं घुल रहा है।

महज तीन एफआईआर

स्मॉग के खतरे को देखते हुए गत माह नगर निगम ने कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का नियम बनाया था। इसके लिए सभी वार्डो में गश्ती दल बनाकर कूड़ा स्थलों की निगरानी और साफ सफाई की व्यवस्था की गई थी.् गश्ती दल का काम था कि कूड़ा स्थल हमेशा साफ रहे एक बार कूड़ा डलने के बाद दोबारा कूड़ा एकत्र ना हो सके। वहीं आग लगने पर तुरंत उसे बुझाया जाए। लेकिन निगम की लापरवाही के चलते ऐसा नही हो सका। शहर में रोजाना कहीं ना कहीं कूड़ा जल रहा है और निगम एफआईआर के नाम पर अज्ञात में खानापूर्ति कर रहा है। गत एक माह में मात्र तीन एफआईआर निगम द्वारा अज्ञात में दर्ज कराई गई है।

कूड़े के ढेर में आग

निगम की लापरवाही का शुक्रवार शाम नजारा देखने को मिला। सरस्वती लोक कालोनी के बाहर खाली प्लॉट में अज्ञात लोगों ने कूड़े के ढ़ेर में आग लगा दी। आग इस कदर बढ़ी की कुछ ही देर में पूरे प्लॉट में फैले कूडे़ को कवर कर लिया। धुएं के कारण नूर नगर रोड समेत सरस्वती लोक के लोगों की सड़क से निकलना दूभर हो गया।

कूडे़ पर निगरानी की जा रही है लेकिन हर जगह संभव नही है कि तुरंत निगम एक्शन ले। सूचना मिलते ही आग बुझाया जा रहा है।

- डॉ। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive