- स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के तहत केंद्र की टीम पहुंची शहर

- गार्बेज फ्री सिटी के लिए देगी अंक, सड़क पर दिखा कूड़ा तो होगा नुकसान

LUCKNOW: स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 की परीक्षा खत्म होने में अब सिर्फ दस दिन का समय शेष रह गया है। अभी तक नगर निगम ने स्वच्छता एप डाउनलोडिंग में स्थिति खासी बेहतर कर रखी है, वहीं दूसरी तरफ ओडीएफ प्लस प्लस श्रेणी में भी पूरे अंक हासिल करने का रास्ता साफ कर लिया है। बस अब अगले दस दिन के अंदर निगम को विशेष तौर पर 1 हजार अंकों के लिए संघर्ष करना है। इसके लिए शहर की जनता को भी जोर लगाना होगा।

मिले हैं 500 अंक

स्वच्छ सर्वेक्षण में शामिल ओडीएफ प्लस प्लस री-सर्टिफिकेशन के लिए हाल में ही केंद्र की टीम ने शहर के कई इलाकों में जाकर पब्लिक टॉयलेट्स की स्थिति देखी थी, जो जानकारी सामने आई है कि इस बिंदु में नगर निगम लखनऊ को 500 अंक मिल चुके हैं, जिससे ओवरऑल रैंकिंग की दिशा में निगम की स्थिति मजबूत हुई है।

अब 1 हजार अंक दांव पर

स्वच्छ सर्वेक्षण के ही तहत गार्बेज फ्री सिटी कंपोनेंट भी शामिल हैं। इसके तहत यह देखा जाएगा कि शहर गार्बेज फ्री है या नहीं, शहर में कहीं सड़क किनारे तो कूड़ा नहीं फेंका जाता है या सड़क किनारे कूड़ा डंप तो नहीं किया जाता है। इस बिंदु की सच्चाई देखने को लिए बुधवार से केंद्र की टीम निरीक्षण करेगी। खास बात यह है कि केंद्र से आई टीम शहर के किसी भी इलाके में जाकर गार्बेज फ्री की हकीकत देखेगी, जिससे निगम अधिकारी टेंशन में नजर आ रहे हैं।

50 से अधिक ओपन डंपिंग प्वाइंट्स

शहर में करीब 50 से अधिक ओपन डंपिंग प्वाइंट्स हैं, जिसकी वजह से निगम की मुश्किलें बढ़ना तय है। हालांकि केंद्र की टीम के आने की भनक लगते ही आनन-फानन में कई ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को कवर कर दिया गया है। निगम प्रशासन का मुख्य फोकस प्रमुख मार्गो के किनारे मौजूद ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को समाप्त करना है, जिससे केंद्र की टीम की नजर उन पर न पड़े और निगम लखनऊ को बेहतर अंक मिल सके।

पब्लिक से फीडबैक

केंद्र की टीम पब्लिक से भी गार्बेज कलेक्शन को लेकर फीडबैक लेगी। वर्तमान स्थिति यह है कि 50 फीसदी घरों से नियमित रूप से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से निगम को अंकों का नुकसान उठाना पड़ सकता है।

नंबर एक पर कायम

स्वच्छता एप डाउनलोडिंग मामले में नगर निगम लखनऊ अभी पूरे देश में नंबर वन पोजीशन पर है। अभी तक करीब सवा पांच लाख एप डाउनलोड किए जा चुके हैं। इस बिंदु में कोई लक्ष्य नहीं है, लेकिन निगम प्रशासन ने शहर की कुल आबादी का 20 प्रतिशत एप डाउनलोडिंग का लक्ष्य रखा है। देश में स्वच्छता मामले में नंबर एक इंदौर एप डाउनलोडिंग मामले में अभी एक लाख के आसपास ही पहुंचा है। जिससे लखनऊ की स्थिति मजबूत नजर आ रही है।

बॉक्स

यह है एग्जाम स्कोर शीट

6 हजार अंकों का एग्जाम

1500 अंक सिटीजन फीडबैक के

1500 अंक डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन

1500 अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस

1500 अंक ओडीएफ व सर्टिफिकेशन के

डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन हो चुका

निगम प्रशासन की मानें तो केंद्र की टीम शहर आकर डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन कर चुकी है। हालांकि स्थिति क्या रही, इस बारे में अभी किसी को कोई जानकारी नहीं है।

वर्जन

गार्बेज फ्री सिटी के लिए केंद्र की टीम सर्वे शुरू करने जा रही है। शहर की जनता से अपील है कि खुले में कूड़ा न फेंके साथ ही अधिक से अधिक संख्या में स्वच्छता एप डाउनलोड करें, जिससे निगम लखनऊ को बेहतर अंक मिल सकें। जिसका सीधा असर शहर की ओवरऑल रैंकिंग पर पड़ेगा।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive