5 लाख 40 हजार भवन शहर में

1300 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता प्रतिदिन शहर में

2 लाख 85 हजार घरों से उठ रहा कूड़ा

2 लाख 55 हजार घरों को कवर करना लक्ष्य

- डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर बनाने की तैयारी

- स्मार्ट सिटी में प्रपोजल पास, नगर निगम जल्द जारी करेगा टेंडर

abhishekmishra@inext.co.in

LUCKNOW: शहर के शत प्रतिशत घरों से नियमित रूप से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्ट हो, इसके लिए निगम प्रशासन की ओर से एक और कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह कदम है रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटीफिकेशन डिवाइस (आरएफआईडी)। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद यह पलक झपकते ही पता लगाया जा सकेगा कि किस घर से कूड़ा कलेक्ट किया गया है और कहां से कूड़ा कलेक्ट नहीं हुआ है। इसके बाद जिन घरों से कूड़ा कलेक्ट नहीं हुआ है, वहां दोबारा टीम भेजकर कूड़ा कलेक्ट कराया जाएगा। साथ ही उस एरिया की टीम से कूड़ा न उठाने को लेकर सीधे सवाल जवाब किए जा सकेंगे।

50 से 55 फीसदी घरों से कलेक्ट

ईकोग्रीन कंपनी की ओर से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम किया जाता है। आलम यह है कि अभी तक शत प्रतिशत घरों से कूड़ा कलेक्ट नहीं किया जा सका है, जिसकी वजह से जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। निगम प्रशासन की ओर से भी कई बार व्यवस्था में सुधार लाने के प्रयास किए गए, लेकिन नतीजा सिफर रहा।

वीटीएस से थी उम्मीद

निगम प्रशासन के पास घरों से कूड़ा कलेक्ट न होने संबंधी शिकायतें आ रही थीं, जिसके बाद कूड़ा कलेक्ट करने वाली गाडि़यों में वीटीएस (व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम) लगाया गया। इसका अच्छा रिस्पांस भी सामने आया और दो वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। दोनों निर्धारित रूट से अलग रूट पर गाड़ी चलाते पाए गए थे। हालांकि अब स्थिति यह है कि वीटीएस भी फेल हो रहा है, जिसकी वजह से यह पता लगाना मुश्किल हो रहा है कि कितने घरों से कूड़ा कलेक्ट हो रहा है।

एक वार्ड में पायलट प्रोजेक्ट

कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए अब रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटीफिकेशन डिवाइस को लेकर प्लानिंग शुरू की गई है। पहले एक वार्ड में इस प्लानिंग को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा। सफल परिणाम आते ही अन्य वाडरे में भी इसे लागू कर दिया जाएगा।

इस तरह करेगी काम

बेसिकली यह डिवाइस एक टैग के रूप में काम करेगी। इसे सभी घरों के बाहरी हिस्से में लगा दिया जाएगा। जैसे ही कूड़ा कलेक्ट करने वाली टीम कूड़ा लेने के लिए किसी भी घर के पास जाएगी तो ऑटोमैटिक तरीके से इस डिवाइस से न सिर्फ फोटो कैद हो जाएगी बल्कि कितने बजे कूड़ा उठा, इसकी भी जानकारी टैग में फीड हो जाएगी। इसके बाद डिवाइस से एक फीड सीधे निगम के कंट्रोल रूम में चली जाएगी, जहां जोनवार और गलीवार रिकॉर्ड तैयार किया जा सकेगा। इससे पता चल सकेगा कि किन इलाकों से नियमित रूप से कूड़ा उठ रहा है।

स्मार्ट सिटी में पास

पहले निगम प्रशासन की प्लानिंग थी कि इस व्यवस्था को निगम खुद लागू करेगा, लेकिन बाद में इस प्रपोजल को स्मार्ट सिटी के तहत लाकर पास किया गया है। निगम प्रशासन अब जल्द ही इस व्यवस्था के लिए टेंडर जारी करने जा रहा है।

वर्जन

निश्चित रूप से इस डिवाइस से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था बेहतर होगी। इस संबंध में जल्द ही टेंडर निकाला जाएगा।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive