- मजदूर और ट्रैक्टर एक साथ दोनों होने वाले है बंद

- तीन महीने से सफाई मद में नहीं दिए जा रहे है पैसे

- नया पैसा रिलीज नहीं होने की वजह से ट्रैक्टर को नहीं मिलेगा डीजल

- डेढ़ से दो महीने बैकलॉग पर चल रहा है ट्रैक्टर

- छठ के दौरान चले सफाई अभियान वालों को भी नहीं मिला पैसा

PATNA : नगर निगम एरिया में हो रही सफाई को लेकर हाय तौबा मची है। इसी को लेकर एक जनवरी को नगर निगम में पिछले तीन महीने से चली आ रही सफाई मद के पेमेंट को लेकर बैठक हुई थी। चारों सर्किल से सफाई मद में राशि को एक किया गया था। फाइल तैयार हुई। इस दौरान ऑफिसर ने यह जाहिर किया था कि काफी बैकलॉग चल रहा है। इसका जल्द ही निपटारा करना जरूरी है। क्योंकि इसमें वो सफाई कर्मी भी शामिल हैं जिनसे छठ से अब तक भरोसे पर ही सफाई करवायी जा रही है। उसे भी पैसा नहीं मिला है। साथ ही पेट्रोल पंप भी पुराना बैकलॉग में चल रहा है। इन सब बातों के बाद मामला जैसे ही आगे बढ़ता कि निगरानी जांच वाला मामला छह जनवरी को आ गया। इसके बाद से वो फाइल दबी हुई है। अगर एक-दो दिनों के अंदर पेट्रोल पंप से लेकर सफाई मजदूर को टाइम पर पैसा नहीं मिला तो फिर पटना की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ जाएगी।

कंकड़बाग सहित तीनों सर्किल ने कर रखा है सरेंडर

निगम के पुख्ता सोर्सेज की मानें तो सफाई मद में हर सर्किल ने अपने हाथ खड़े कर दिया है। क्योंकि जब तक सफाई मद में पैसा नहीं आएगा और पेट्रोल पंप से लेकर मजदूरों के बीच नहीं बांटा जाएगा तब तक वो काम नहीं करेंगे। पेट्रोल पंप भी एक महीने से अधिक का बैक लॉग नहीं देता है। इसलिए परेशानी डीजल को लेकर है। अगर ट्रैक्टर में डीजल नहीं रहेगा तो वो चलेगा कैसे और जब चलेगा नहीं तो कचरा उठाकर डंपिंग यार्ड तक कैसे पहुंचाया जाएगा। इस बाबत मजदूर और ट्रैक्टर चालकों ने इसको लेकर कई दफा शिकायत भी की है, लेकिन इस पर अब तक फैसला नहीं लिया गया है।

निगरानी के डर से रिलीज नहीं किया जा रहा पैसा

जानकारी हो कि यह पूरा मामला छह जनवरी को हुए स्टैंडिंग कमेटी मेंबर आभा लता की ओर से दायर कंप्लेन के बाद से गरम हुआ है। इसके बाद से नगर निगम में अधिकांश काम रुक गया है। ऑफिसर्स का मानना है कि जब निगरानी जांच कर ले, तभी आगे का काम होगा। क्योंकि काम करने के बाद निगरानी की धमकी भी आती रहती है। ऐसे में काम नहीं करने पर भी कम से कम निगरानी से तो बचा जा सकता है। वरना कभी भी झूठे मामले में यहां पर ऑफिसर को फंसाया जा रहा है।

इन एरिया की सड़कों पर दिखने लगा कचरे का अंबार

नाला रोड, कदमकुआं, एग्जीबिशन रोड, अशोक राजपथ पटना मार्केट के आसपास, हथुआ मार्केट, खेतान मार्केट, राजेंद्र नगर, स्टेडियम के पीछे, हनुमान नगर, पाटलिपुत्रा एरिया की हालत खराब है। निगम के ट्रैक्टर चालक धर्मेद्र ने बताया कि अभी राउंड कम कर दिया गया है। गाड़ी तो चल रही है, लेकिन जहां चार से पांच बार आते-जाते थे। वहां अब दो से तीन कर दिए है। जितना तेल रहेगा उतना ही काम भी हो पाएगा। जानकारी हो कि तीन महीने में लाखों की राशि का आवंटन होना है। इसमें डीजल बकाया, मजदूर बकाया, मशीन बकाया शामिल है।

900 मैट्रिक टन कचरा निकलता है

ब् सर्किल ने खड़े किए हाथ

भ् पेट्रोल पंप से लिए जाते हैं डीजल

फ् महीने से चल रहा है पेमेंट का बैकलॉग

क्70 ट्रैक्टर उठाता है शहर का पूरा कचरा

क्भ्0 से अधिक मजदूर सफाई के विशेष अभियान में थे

क्00 से अधिक जगहों पर है कचरा प्वाइंट

कचरा नहीं उठे तो दूसरे दिन से परेशानी

- शहर की सड़कों पर चलना दुश्वार हो जाएगा

- नंगे पांव चलने या कचरे के संपर्क में आने पर इंफेक्शन

- स्किन व सांस की परेशानी को बढ़ा सकती है

- कीड़े का प्रकोप व मच्छर अचानक से बढ़ जाएगा

- खाने में जाने पर लीवर में इंफेक्शन बढ़ा सकता है

Posted By: Inextlive