कूड़ा उठाने वाली गाडि़यों का साइज बड़ा होने के कारण छोटी गलियों से नहीं उठ पा रहा कूड़ा

Meerut। निगम का डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन अभियान अभी पूरी तरह से शुरू भी नहीं हो पाया कि कूड़ा उठाने वाले वाहन ही इसमें बाधा बन गए हैं। दरअसल, वाहनों के बाधा बनने का कारण उनका बड़ा साइज है। जिसके तहत कूड़ा उठाने वाली गाडि़यां शहर के कई वार्डो की संकरी गलियों में नहीं जा पा रही हैं और कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। ऐसे में लोगों ने अब गलियों के बाहर अपने घरों का कूड़ा फेंकना शुरू कर दिया है। जिससे शहरवासियों और निगम की परेशानी और अधिक बढ़ गई है।

सफाई से दूर पुराने मोहल्ले

निगम ने अपने 20 वार्डो में गत माह से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए दो-दो गाडि़यों की खेप रवाना की थी। इन गाडि़यों में सूखा और गीला कूड़ा रखने के लिए दो अलग-अलग बॉक्स रखे गए थे। हालांकि बॉक्स के कारण गाडि़यों का साइज बड़ा हो गया है। जिससे यह गाडि़यां संकरी गालियों में नहीं जा पा रही हैं। जिसके कारण पुराने मोहल्लों की संकरी गलियों से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है।

छोटी गाडि़यों से मिलेगी राहत

डोर टू डोर योजना को सफल बनाने के लिए वार्ड के पार्षदों ने निगम से एक बडी गाड़ी के साथ एक छोटी गाड़ी वार्ड में लगाने की मांग की है। ताकि छोटी गाडि़यों से संकरी गलियों में कूड़ा कलेक्शन हो सके। इस प्रस्ताव के तहत निगम की बोर्ड बैठक में अब इन गाडि़यों की मांग का मुद्दा उठाए जाने की योजना तैयार की जा रही है।

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए सभी गाडि़यां एक ही प्रकार की है। जिन गलियों में गाडि़यां नहीं जा सकती हैं, वहां सफाई कर्मचारी खुद जाकर घरों से कूड़ा लाएंगे। यह कंपनी का काम है।

डॉ। कुंवर सेन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

निगम की गाडि़यां केवल मेन रोड पर खड़ी रहती हैं गाने की आवाज सुनकर खुद ही लोग गली के बाहर आकर कूड़ा डाल रहे हैं। लेकिन अंदर गली में रहने वालो को तो आवाज भी नहीं जाती।

सुभाष

कई गलियों में गाड़ी के आने जाने का पता ही नहीं चलता। कम से कम घर पर आकर बता दें कि गाड़ी बाहर खड़ी है कूड़ा डाल दें।

अमन

इन गाडि़यों के तो अभी से भौंपू भी खराब होने लगे हैं। चुपचाप गाडि़यां गलियों से गुजर जाती हैं। इनमें ना गाना बजता है और ना ही कोई आवाज लगाता है।

आसिफ

Posted By: Inextlive