- 55 फीसदी घरों से ही उठ रहा कूड़ा

- 80 लाख करीब जमा हो रहा यूजर चार्ज

- 30 दिन का दिया गया समय

- 2 करोड़ तक यूजर चार्ज पहुंचाने का लक्ष्य

- 5 लाख 38 हजार भवन स्वामी शहर में

- डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर बनाने की तैयारी

- नगर निगम और ईकोग्रीन कंपनी की ओर से जारी किया जाएगा टोल फ्री नंबर

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LUCKNOW: डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक और तैयारी शुरू कर दी गई है। एक तरफ तो कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी संभाल रही कंपनी को अतिरिक्त संसाधन दिए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जनता को राहत देने के लिए घर बैठे कूड़ा न उठने संबंधी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा पर काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही नगर निगम और ईकोग्रीन कंपनी को ओर से टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा, जिस पर कॉल करके कोई भी व्यक्ति कूड़ा न उठने संबंधी शिकायत दर्ज करा सकेगा।

अभी आती है समस्या

वर्तमान समय की बात करें तो घर से कूड़ा न उठने की शिकायत कहीं दर्ज नहीं हो पाती है। इसकी वजह से जनता परेशान होती है। जनता की ओर से कूड़ा कलेक्शन कर्मचारियों से शिकायत तो दर्ज कराई जाती है लेकिन उसका कोई फायदा नहीं होता है। जब टोल फ्री नंबर होगा तो जनता सीधे कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज करा सकेगी, जिसके बाद टीम मौके पर जाकर तत्काल एक्शन लेगी साथ ही ऐसे कर्मचारी भी आसानी से चिन्हित किए जा सकेंगे, जो नियमित रूप से घरों से कूड़ा कलेक्ट नहीं करते हैं, जिससे जनता परेशान होती है।

जेडओ को जिम्मेदारी

यह भी कवायद की जा रही है कि जोनल अधिकारी को मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी जाएगी। जोनल अधिकारी अपनी टीम के साथ समय-समय पर अपने जोन के तहत वार्डो में जाकर भवन स्वामियों से संपर्क स्थापित करेंगे, जिससे यह पता लगाया जा सके कि एक सप्ताह में कितने दिन घर से कूड़ा कलेक्ट हो रहा है। जोनल अधिकारियों की ओर से यह पूरी रिपोर्ट नगर आयुक्त को भेजी जाएगी।

बांटे जाएंगे पंपलेट्स

निगम प्रशासन की ओर से घर-घर टोल फ्री नंबर पहुंचाने के लिए पंपलेट्स भी वितरित कराए जाएंगे। साथ ही जिन भवन स्वामियों के मोबाइल नंबर निगम में दर्ज हैं, उन्हें एसएमएस के माध्यम से टोल फ्री नंबर की जानकारी भेजी जाएगी। टोल फ्री नंबर मिलने के बाद सप्ताह के सातों दिन कूड़ा न उठने की शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी।

30 दिन में बदलेगी स्थिति

ईकोग्रीन कंपनी को 30 दिन के अंदर व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं। इस समयावधि में निगम की ओर से कंपनी को नई गाडि़यां दी जाएंगी साथ ही मैन पॉवर बढ़ाने पर भी फोकस किया जाएगा, जिससे सभी आठों जोन को आसानी से कवर किया जा सके।

वरना निगम खुद उठाएगा जिम्मेदारी

अगर संसाधन और मैन पॉवर बढ़ने के बाद भी शत प्रतिशत घरों से कूड़ा कलेक्ट नहीं होता है तो निगम प्रशासन की यह भी प्लानिंग है कि कंपनी से कई वार्ड ले लिए जाएंगे। जिसके बाद उक्त वार्डो में निगम कर्मी कूड़ा कलेक्शन का काम करेंगे।

भुगतान की टेंशन खत्म

निगम प्रशासन की माने तो निगम की ओर से करीब 40 करोड़ का भुगतान कंपनी को किया जाना था। भुगतान न होने के कारण कंपनी की ओर से व्यवस्था में सुधार न हो पाने संबंधी बात कही जाती थी। हाल में ही एक शासनादेश आया है, जिसमें स्पष्ट है कि शासन की ओर से कंपनी को भुगतान किया जाएगा। जिससे भुगतान संबंधी संकट दूर हो जाएगा।

वर्जन

पब्लिक की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। इसके साथ ही एप 311 का भी प्रचार प्रसार कराया जाएगा, जिससे जनता अपनी शिकायत आसानी से दर्ज करा सकेगी।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive