सीएनजी पम्प पर वाहनों की लम्बी कतारें, कम्प्रेशर 50 फीसदी कम
- स्वालेनगर पम्प पर एक ही कम्प्रेशर यूनिट होने से परेशानी
- फ्यूल भराने में 1 मिनट जगह लग रहा 4 मिनट का समय BAREILLY: सीएनजी पम्प पर फ्यूल भराने में वाहन ओनर्स को 1 मिनट की जगह 4 मिनट का समय देना पड़ रहा है। फिर भी फुल टैंक फ्यूल नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि इन फिलिंग स्टेशन के डिस्पेंसर यूनिट में प्रेशर आधा है, जिसके चलते पब्लिक को जल्दी-जल्दी फ्यूल भराने के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है। सीएनजी फिलिंग स्टेशन पर लंबी कतार की यह एक बड़ी वजह भी है। यह समस्या स्वालेनगर सीएनजी पम्प पर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है। जिसका इफेक्ट सेटेलाइट पर भी पड़ रहा है। वाहनों का लोड बढ़ने के कारण दोनों पम्पों पर वाहनों की हर सुबह लम्बी-लम्बी कतारें देखी जा सकती हैं। मात्र 100 केजी प्रति सेंटीमीटर स्क्वॉयर है प्रेशरसीएनजी वाहनों के फ्यूल टैंक में कम समय और अच्छे से फ्यूल भरने के लिए 200 केजी प्रति सेंटीमीटर स्क्वॉयर प्रेशर होना चाहिए। लेकिन स्वालेनगर पम्प 100 से 120 केजी प्रति सेंटीमीटर स्क्वॉयर के बीच ही प्रेशर है। पम्प पर एक ही छोटी कम्प्रेशर यूनिट लगे होने के कारण यह समस्या आ रही है। प्रेशर फुल न होने से टैंक में फ्यूल नहीं भर पा रही है। आधा-तिहाई टैंक भरने में 3 गुना अधिक समय भी लग रहा है। पुअर कम्प्रेशर के बचने के लिए ज्यादातर लोग वाहन लेकर सेटेलाइट पम्प पर आते हैं, जिसके कारण यहां पर वाहनों का लोड काफी बढ़ गया है।
8 हजार से अधिक सीएनजी वाहन भराते हैं फ्यूल दोनों ही पम्प पर प्रजेंट टाइम में रोजाना 8 हजार से अधिक वाहन फ्यूल भराते हैं। दोनों पम्प पर 21 हजार केजी सीएनजी की बिक्री होती है। सेटेलाइट पम्प पर सबसे अधिक भीड़ होती है, जिसकी वजह से इस पम्प से रोजाना 14 हजार केजी फ्यूल की बिक्री होती है। वाहनों की संख्या अधिक होने से और पम्प पर नोजल और प्रेशर कम होने से फ्यूल के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। शहर और बाहर से आने वाले सीएनजी वाहनों का बोझ इतना अधिक है कि अर्ली मॉनिंग ही पम्प पर वाहनों की लाइन लगनी शुरू हो जाती है। कभी-कभी स्थिति यह हो जाती है कि सेटेलाइट सीएनजी पम्प से पासपोर्ट ऑफिस तक वाहनों की लाइन फ्यूल भराने के लिए लग जाती है। नए पम्प नहीं खुलने से और दिक्कतमिनी बाईपास, सिद्ध बाबा फिलिंग स्टेशन - यहां पर सीएनजी की दो यूनिट होगी। इन यूनिट पर चार नोजल होंगे, जिनसे फ्यूल रिफिलिंग होगी। कार, विक्रम और ऑटो को फ्यूल भरा सकेंगे। इसकी क्षमता 4 हजार केजी रोजाना फ्यूल बिक्री की होगी।
फरीदपुर, जय अम्बे फििलंग स्टेशन- यहां पर वाहनों को डॉटर बूस्टर स्टेशन के जरिए फ्यूल मिल सकेगी। मसलन, यहां पर सीयूजीएल सीएनजी का सिलिंडर सप्लाई करेगा। चार नोजल होंगे। 2 हजार केजी सीएनजी की बिक्री रोजाना करने का लक्ष्य है। करगैना, गुरुनानक फिलिंग स्टेशन- यहां पर सीएनजी की दो यूनिट और चार नोजल होंगे। यहां पर सिलिंडर की नहीं बल्कि ऑनलाइन सिस्टम के तहत फ्यूल की सप्लाई होगी। प्रेशर है कम - 200 केजी प्रति सेंटीमीटर स्क्वॉयर प्रेशर होना चाहिए। - 100-120 केजी प्रति सेंटीमीटर स्क्वॉयर प्रेशर है। - स्वालेनगर सीएनजी पम्प पर एक ही कम्प्रेशर यूनिट है, वह भी छोटी, जिसकी वजह से आ रही दिक्कत। - सेटेलाइट सीएनजी पम्प पर भी मानक से कम रहता है प्रेशर। वाहन और गैस की खपत - सेटेलाइट और स्वालेनगर दो सीएनजी फिलिंग स्टेशन चल रहे हैं। - 8 हजार से अधिक सीएनजी वाहन रोजाना फ्यूल भराते हें। - 21 हजार केजी फ्यूल की बिक्री रोजाना होती है।- 3 सीएनजी पम्प शहर में और खुलने हैं।
- 10 हजार केजी फ्यूल की बिक्री नए पम्प से करने का लक्ष्य।
स्वालेनगर में कम्प्रेशर यूनिट छोटी होनी की वजह से प्रेशर कम रहता है। समस्या को जल्द दूर किया जाएगा। कम्प्रेशर यूनिट लगाए जाने की प्लॉनिंग चल रही है। प्रकाश जैन, इंचार्ज, सीयूजीएल, बरेली प्रेशर कम होने से दिक्कत होती है। वाहनों में फ्यूल भरने में समय लगता है। कम्प्रेशर यूनिट लगाने के लिए कहा गया है। सुमित, ऑपरेटर, स्वालेनगर सीएनजी पम्प टैंक में फ्यूल नहीं भरने से काफी परेशान होना पड़ता है। हर दूसरे तीसरे दिन पम्प पर फ्यूल के लिए चक्कर लगाना पड़ता है। अमित जौहरी रोजाना फ्यूल भरवाने के लिए परेशान होना पड़ता है। जिससे समय की बर्बादी होती है। पम्प संचालक को चहिए कम्प्रेशर सही करें। अखिलेश कुमार कम्प्रेशर कम होने के कारण ही पम्प पर जब रोजाना वाहनों की लम्बी कतारें लग रही है, जिसे सही करने की जरूरत है। सीलू