RANCHI: राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में जल्द ही गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी डिपार्टमेंट शुरू होगा। इसे लेकर प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है। वहीं बड़े हॉस्पिटलों के डॉक्टर भी रिम्स आने को तैयार हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने डिपार्टमेंट शुरू करने को लेकर डायरेक्टर को प्रस्ताव भी दे दिया है। इससे गैस्ट्रो के मरीजों का रिम्स में फ्री इलाज हो सकेगा। इसके अलावा मरीजों को प्राइवेट हॉस्पिटलों की दौड़ भी नहीं लगानी होगी। वहीं इलाज में होने वाली भारी भरकम राशि की बचत हो जाएगी। बताते चलें कि गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी के लिए एक भी पोस्ट नहीं था। ऐसे में डायरेक्टर ने भी पहल कर दी है। हालांकि इसके लिए गैस्ट्रो के मरीजों को थोड़ा इंतजार करना होगा।

सवा दो करोड़ की मशीन बेकार

मरीजों को बेहतर इलाज देने को लेकर रिम्स में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी की मशीन दो सालों से खरीदकर पड़ी थी। लेकिन इसका इस्तेमाल आजतक नहीं किया जा सका। मशीन उपलब्ध होने के बावजूद आजतक रिम्स में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग शुरू नहीं हो पाया। इसका खामियाजा मरीज भुगत रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब मशीन सप्लाई करने वाली एजेंसी का बिल डायरेक्टर के पास पहुंचा। वहीं जांच कराई गई तो पता चला कि सवा दो करोड़ की मशीन का कोई यूज ही नहीं है।

प्राइवेट में ले जाकर करते हैं मरीज का इलाज

हॉस्पिटल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी के काफी मरीज इलाज के लिए रिम्स आते हैं। इनका इलाज हॉस्पिटल में फ्री में हो सकता है। सर्जरी के डॉक्टर रिम्स में सुविधा उपलब्ध नहीं होने का बहाना बना देते हैं। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीजों को ले जाकर इलाज उन्हीं डॉक्टरों द्वारा किया जाता है। इसकी भी कंप्लेन रिम्स डायरेक्टर को की गई है। अब डिपार्टमेंट शुरू होने से मरीजों को राहत मिल जाएगी।

वर्जन

हमारा प्रयास है कि हॉस्पिटल में गैस्ट्रो का अलग डिपार्टमेंट शुरू हो जाए। मशीनें खरीदकर रखी हैं तो इसका इस्तेमाल हो सकेगा। सवा दो करोड़ से ऊपर की मशीनें रखी हुई हैं। अगर इसका यूज कर लिया जाता तो मरीजों को फायदा मिलने लगेगा। फ्री में मरीज इलाज करा सकेंगे।

डॉ। डीके सिंह, डायरेक्टर, रिम्स

Posted By: Inextlive