हैप्पी बर्थडे गौतम गंभीर : गेंदबाजों की पिटाई से लेकर लोगों की भलाई तक, जानें 5 रोचक बातें
कानपुर। 14 अक्टूबर 1981 को दिल्ली में जन्में गौतम गंभीर को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था। इसके लिए उन्होंने बकायदा ट्रेनिंग ली और अपने शानदार खेल के बूते टीम इंडिया में जगह बनाई। करीब 10 सालों तक वह टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज रहे। 2011 वर्ल्डकप में भारत को जीत दिलाने में गंभीर ने अहम भूमिका निभाई थी। श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मैच में गंभीर ने शानदार 97 रन की पारी खेली थी। भारत को वर्ल्ड कप दिलाने के बाद गंभीर का करियर ढलान पर आ गया, इसके बाद वह दो साल और क्रिकेट खेल पाए जिसमें भी कई बार टीम से अंदर-बाहर हुए।
37 साल के हो चुके गंभीर ने आखिरी टी-20 इंटरनेशनल मैच 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ अहमदाबाद में और वनडे मैच 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में खेला था। उस मैच में वह सिर्फ 24 रन बना पाए थे। वनडे टीम से दोबारा जगह नहीं मिलने के बाद गंभीर ने अपना पूरा ध्यान टेस्ट मैचों में लगाया। 2012 में टेस्ट टीम से बाहर होने के ठीक दो साल बाद 2014 में गंभीर ने भारतीय टीम में वापसी की। मगर उन्हें सिर्फ दो टेस्ट मैच खेलने को मिले जिसमें गंभीर के बल्ले से कुल 25 रन निकले। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए इन टेस्ट मैचों में खराब प्रदर्शन करने पर गंभीर को फिर से टीम से बाहर होना पड़ा। दो साल वह फिर टीम से गायब रहे और 2016 में वापसी की। इस बार वह सिर्फ एक टेस्ट खेल पाए और तब से टीम इंडिया के टेस्ट स्क्वॉयड से बाहर हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में जहां गंभीर टीम इंडिया से खेलते थे। वहीं आईपीएल में वह दो टीमों कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली डेयरडेविल्स से खेलते नजर आए। 10 साल के आईपीएल इतिहास में गंभीर ने कुल 251 मैच खेले जिसमें उन्होंने 28.96 की एवरेज से 6402 रन बनाए जिसमें 53 अर्धशतक शामिल हैं।
गौतम गंभीर ने क्रिकेट से संन्यास भले न लिया हो मगर वह अब खेल के इतर अन्य बातों को लेकर चर्चा में रहते हैं। गौतम गंभीर अब लोगों की सेवा में जुटे हैं। गंभीर आशा नाम का एक एनजीओ चलाते हैं। जिसमें वह रोजाना लोगों को फ्री में भोजन करवाते हैं। इससे पहले भी गंभीर कई नेक कामों में आगे खड़े नजर आए हैं। यही नहीं अगस्त 2017 में कश्मीर में एक आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इन्सपेक्टर अब्दुल राशिद की पांच साल की बेटी जोहरा की एजुकेशन का पूरा खर्च गौतम गंभीर उठाते हैं। गौतम ने उस वक्त ट्वीट कर ये जानकारी दी थी। टीम इंडिया के इस पूर्व ओपनर ने शहीद की बेटी जोहरा से कहा- अपने आंसुओं को जमीन पर मत गिरने दो, तुम्हारी एजुकेशन का पूरा खर्च मैं उठाउंगा। टीम से बाहर होने के बाद गंभीर चैरिटी करने में लगे हैं। जब-जब कोई मौका आया है, गंभीर चैरिटी में पीछे नहीं रहे।भारतीय क्रिकेटरों की पत्नियों की बिकनी तस्वीर हुई वायरल, मालदीव में मनाने गए थे छुट्टियांआज ही पैदा हुआ था वो गेंदबाज, जिसने डाली थी पहली गुगली