LOC जाने की बात कह रहे शाहिद अफरीदी को गौतम गंभीर ने दिया करारा जवाब
कानपुर। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मौजूदा सांसद गौतम गंभीर ने अपने चिर-प्रतिद्वंदी शाहिद अफरीदी की एक बार फिर क्लाॅस लगाई है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पूर्व पाक क्रिकेटर शाहिद अफरीदी आए दिन कश्मीर को लेकर ट्वीट करते रहते हैं। इस बार जब अफरीदी ने अपनी जुबान से कश्मीर का नाम लिया तो गंभीर ने टि्वटर पर उनको करारा जवाब दे दिया। गंभीर लिखते हैं, 'दोस्तों, इस तस्वीर में नजर आ रहे शाहिद अफरीदी खुद शाहिद अफरीदी से पूछ रहे हैं कि उन्हें शाहिद अफरीदी को अगली बसर शर्मिंदा करने के लिए क्या करना चाहिए, जिससे यह साबित हो सके कि शाहिद अभी भी बड़े नहीं हुए हैं। मैं उनकी मदद के लिए बच्चों का ट्यूटोरियल ऑर्डर कर रहा हूं।'
Guys, in this picture Shahid Afridi is asking Shahid Afridi that what should Shahid Afridi do next to embarrass Shahid Afridi so that’s it’s proven beyond all doubts that Shahid Afridi has refused to mature!!! Am ordering online kindergarten tutorials for help @SAfridiOfficial pic.twitter.com/uXUSgxqZwK
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir)
अफरीदी जा रहे एलओसी
गंभीर ने टि्वटर पर ये बात इसलिए कही क्योंकि अफरीदी ने कश्मीर को लेकर एक भड़काउ ट्वीट किया था। अफरीदी ने ट्वीट में लिखा था, 'हम सब एक देश के तौर पर एकजुट होकर प्रधानमंत्री के कश्मीर ऑवर का हिस्सा बनते हैं। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे मैं मजार ए कैद पर रहूंगा। मेरे साथ कश्मीरियों की एकजुटता के लिए जुड़िए। मैं जल्द ही एलओसी जाउंगा।' अफरीदी के इस ट्वीट के बाद गंभीर ने उनके ट्वीट का स्क्रीन शाॅट लेकर उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है।
कश्मीर को लेकर छटपटा रहे अफरीदी
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटने के बाद पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी और गौतम गंभीर की पहले भी नोंकझोंक हो चुकी है। दरअसल कुछ दिनों पहले अफरीदी ने टि्वटर पर कश्मीरियों को हक दिलाने के लिए यूएन से गुहार लगाई थी। अफरीदी ने लिखा था, 'कश्मीरियों को वो सारे हक देने चाहिए जो यूएन द्वारा प्रस्तावित हैं। जैसे कि हम सभी को आजादी का अधिकार है। आखिर संयुक्त राष्ट्र संघ किसलिए बनाया गया है? ये सो क्यों रहे है? कश्मीर में मानवता के खिलाफ जो बिना उकसावे के अपराध और दखलअंदाजी की जा रही है उसे देखना जरूरी है। अमेरिका के राष्ट्रपति को मध्यस्थता करना चाहिए।'