महामाया की माया, students को फंसाया
महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी के प्रास्पेक्टस में एमबीए के लिए जो 40 परसेंट की अर्हता प्रिंट हुई है वह महज इत्तेफाक नहीं बल्कि स्टूडेंट्स के साथ धोखा है। एआईसीटीई का बहुत पुराना नियम है कि 50 परसेंट से कम अंक वाले स्टूडेंट्स दाखिला नहीं ले सकते। उसके बाद भी स्टूडेंट्स के साथ बड़ा धोखा किया गया। सवाल यह है कि सैकड़ों स्टूडेंट्स के साथ जो धोखा किया गया है उसके लिए जिम्मेदार कौन है?सालों पुराना है नियम
एआईसीटीई का 50 अर्हता वाला नियम बहुत ही पुराना है। कैट में भी जो इग्जाम लिए जाते है। उसमें भी किसी भी जरनल कैटेगरी के स्टूडेंट्स की न्यूनतम अर्हता 50 परसेंट ही मांगी जाती है। इससे कम अंक वाले स्टूडेंट्स अप्लाई नहीं कर सकते हैं। उसके बाद भी महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी यह नियम भूल गयी और अपने नए नियम प्रास्पेक्टस पर प्रिंट करा दिए। उसके बाद अब जब स्टूडेंट्स एडमिशन लेने के लिए काउंसिलिंग सेंटर पर जा रहे हैं तो उनको यह कह कर वापस कर दिया जा रहा है कि वह इलिजिबिल नहीं हैं। वहीं अधिकारी भी अब अपनी इस गलती को छुपाने में जुट गए हैं।पहले चोरी फिर सीनाजोरी
अब भले ही टेक्निकल यूनिवर्सिटी के अधिकारी इसको गलती बता रहे हों लेकिन उनकी इस छोटी सी गलती ने सैकड़ों स्टूडेंट्स का कॅरियर दांव पर लगा दिया है। इस गलती की वजह से बहुत से ऐसे स्टूडेंट्स परेशान हैं जो एसईई के एमबीए में टॉपर है। यही नहीं इसके लिए उन्होंने सैकड़ों रुपए खर्च किए हैं। डाक्यूमेंट वैरिफिकेशन के लिए जब स्टूडेंट्स वहां पर पहुंचे तो अभद्रता तक की गई और वेरीफिकेशन फार्म छीन कर उनको भगा दिया गया।