- कॉलेजों में बेहतर बिजनेस आइडियाज के लिए मिल रहे टिप्स

- बिहार में स्टार्ट अप को बढ़ावा देने लिए हो रहे हैं वर्कशॉप, सेमिनार

PATNA :

यूथ कॉलेजों में पढ़ाई के दौरान ही स्टार्ट अप और बेहतर बिजनेस आइडिया के बारे में जानकारी रखें तो कल वे भी अपने पैरों पर खडे़ हो सकते हैं। इसी सोच के साथ पटना के कॉलेजों में स्टूडेंट्स को इसके लिए मोटिवेट करने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम जैसे वर्कशॉप, सेमिनार आदि आयोजित कर उनके लिए आइडिया डेवलप कर उसपर काम करने के तरीके को बताया जा रहा है।

दरअसल, बिहार के इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से अब तक स्टार्ट अप शुरू करने के लिए जो भी बिजनेस आइडिया मांगा गया है उसमें बहुत कम ही उसके अनुरुप सही तरीके से अपना बिजनेस प्लान रख पाते हैं। इसलिए भीड़ में से बहुत कम ही यूथ इसमें सफल हो पाते हैं।

पीपीटी से मिल रही सीख

कॉलेजों में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से स्टार्ट अप के लिए बिजनेस प्लान बनाने के लिए मौलिक बातों के बारे में बताया जाता है। इसमें बिहार सरकार के द्वारा मान्यता प्राप्त इनक्यूबेशन सेंटरों द्वारा कॉलेजों में सब्जेक्ट एक्सपर्ट वर्कशॉप के दौरान पीपीटी में बताते हैं कि आम बिजनेस प्लान से स्टार्ट अप का बिजनेस प्लान कैसे अलग होता है और उसके लिए क्या करने की जरुरत है। इसमें बिजनेस मॉडल बनाने से पहले किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, यह हाईलाइट किया जाता है।

प्रॉपर होमवर्क बनाएगा कामयाब

बिहार सरकार के द्वारा मान्यता प्राप्त इनक्यूबेशन सेंटरों में से एक बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के वेंचर पार्क के द्वारा अब तक एक दर्जन से अधिक कॉलेजों में बिजनेस प्लान को लेकर वर्कशॉप कराया गया है। इस बारे में वेंचर पार्क के मेंबर सेक्रेटरी संजय गोयनका ने बताया कि बिजनेस प्लान तैयार कर प्रजेंट करने से पहले होमवर्क न किया जाए तो यह सफल नहीं हो सकता है। होमवर्क में किन-किन बातों को प्रमुखता से शामिल किया जाए, इसके बारे में कॉलेजों में बताया जाता है। अब तक जेडी वीमेंस कॉलेज, मगध महिला कॉलेज, आईआईटी पटना समेत कई कॉलेजों में इसके लिए अवेयरनेस प्रोग्राम कराए गए हैं।

इन बातों पर ध्यान दें

स्टार्ट अप बिजनेस में सफल और पटना के उद्यमी आशीष रंजन ने बताया कि बिजनेस प्लान बनाने से पहले यह तय कर लें कि वे किस सेगमेंट के लिए प्रोडक्ट या सर्विस देंगे। सर्विस डिलीवरी कैसे होगी? इनवेंटरी मैनेजमेंट, बजट, मार्केटिंग प्लान और फाइनेंशियल सपोर्ट आदि के बारे में जानकारी पुख्ता तौर पर रखें। तभी बिजनेस प्लान पर काम करने की गुंजाइश हो सकती है। वहीं, बीआईए के मेंबर कैलाश भावसिंघका का कहना है कि आज के समय में यूथ अपने पैरों पर खडे़ होना चाहते हैं और वे रिस्क लेने के लिए तैयार रहते हैं। तभी वे स्टार्ट अप जैसे कठिन बिजनेस मॉडल में सफल हो रहे हैं। जरूरी है कि वे अपने इंड कस्टमर को पूरा महत्व दें।

Posted By: Inextlive