- तीन मंत्री मिलने से घटी पीएम संसदीय कार्यालय पर शिकायतें

- शिकायतों के निस्तारण में नौकरशाही का रोड़ा बरकरार

VARANASI(4 Oct):

करीब अस्सी वर्ष की सुशीला देवी ने पीएम संसदीय कार्यालय में आते ही प्रभारी से पीएम मोदी के घर और कार्यालय का पता मांगा तो सब उनकी ओर देखने लगे। कार्यालय प्रभारी शिवशरण पाठक ने एक पर्ची पर उनको पता लिखकर दिया तो वे बेहद उत्साह के साथ तुरंत कार्यालय से बाहर चली गयीं। शायद उनको पीएम से कुछ ऐसी बात कहनी थी जो वे कार्यालय में मौजूद लोगों से नहीं बताना चाहती थीं। उनके चेहरे से साफ पता चल रहा था कि अब न केवल उनकी शिकायत सुनी जाएगी बल्कि उस पर तत्परता से कार्यवाही भी होगी।

बुजुर्गो को है आस

रवींद्रपुरी स्थित पीएम संसदीय कार्यालय में अपनी शिकायत लेकर आने वाले लोगों में अधिकतर बुजुर्ग रहते हैं। कई बार शिकायतों पर ठोस कार्यवाही न होने से उनको मायूस भी होना पड़ता है पर उनको यह भरोसा रहता है कि देर-सवेर उनकी शिकायत दूर कर दी जाएगी। महेशनगर में रहने वाले एक बुजुर्गवार अपने मकान पर कब्जे को लेकर तीसरी बार शिकायत करने पहुंचे तो उनको आश्वासन दिया गया कि अगले बुधवार तक उनका मामला निस्तारित कर दिया जाएगा।

मंत्रियों ने कम किया बोझ

बीते पांच साल से पीएम संसदीय कार्यालय पर आने वाली शिकायतों को बोझ कुछ कम हुआ है। इसकी वजह योगी सरकार में बनारस से तीन मंत्रियों की ताजपोशी है। कार्यालय प्रभारी शिवशरण पाठक की मानें तो अब अधिकतर लोग अपनी शिकायतें मंत्रियों के पास लेकर जाते हैं और वहां से निराश होने पर ही इस कार्यालय का रुख करते है। हालांकि करीब सात घंटे तक रोजाना खुलने वाले इस कार्यालय में लोगों का आना लगातार जारी रहता है।

अफसरशाही है रोड़ा

पीएम संसदीय कार्यालय में आने वाली शिकायतों को निस्तारण के लिए संबंधित विभाग में भेजा जाता है पर अधिकतर मामलों में अफसरशाही की वजह से इसमें कार्यवाही में देरी होती है। ज्यादातर शिकायतें पीएम आवास का आवंटन न होने, बिजली और पुलिस से जुड़ी होती हैं जिनके लिए शिकायतकर्ता को बार-बार इस कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे है।

नोट- खबर रवींद्र जी को दिखाकर ही पास की जाए।

Posted By: Inextlive