हाउस टैक्स वसूली में घंटाघर जोन फिसड्डी
नगर निगम के तीन जोन में जारी हाउस टैक्स की वसूली
सालभर में घंटाघर जोन से मात्र 6.80 करोड़ टैक्स वसूला Meerut। जैसे-जैसे वित्तीय वर्ष की समाप्ति का समय नजदीक आता जा रहा है, नगर निगम के लिए भी हाउस टैक्स की वसूली का संकट गहराता जा रहा है। हाउस टैक्स की शत प्रतिशत वसूली के लिए जारी निगम के प्रयास के बाद भी नगर निगम अभी तक आधा टैक्स भी वसूल नहीं पाया है। हाउस टैक्स के मामले में निगम खुद अपने ही क्षेत्र यानी घंटाघर जोन में कमजोर पड़ रहा है। जबकि शहर के बाहर यानी कंकरखेड़ा जोन से निगम को अच्छा हाउस टैक्स प्राप्त हो रहा है। कुल मिलाकर निगम के लिए अपने ही क्षेत्र में संपत्तियों की पहचान और फिर उनसे टैक्स वसूली भारी साबित हो रहा है। कंकरखेड़ा क्षेत्र अव्वलनगर निगम के तीन जोन में आने वाली संपत्ति्तयों में सबसे अधिक हाउस टैक्स निगम को कंकरखेड़ा जोन से प्राप्त हुआ है, जिनसे अपने टारगेट 24.7 करोड़ की तुलना में करीब 14.50 करोड़ की वसूली की जा चुकी है। वहीं दूसरे नंबर पर शास्त्रीनगर जोन ने भी अपने टारगेट 18.86 करोड़ के एवज में 15.73 करोड़ रुपए हाउस टैक्स जमा कर दिया है। इनमें सबसे फिसड्डी घंटाघर यानी मुख्यालय जोन है जिसने अभी तक कुल 6.80 करोड़ की वसूली की है जबकि टारगेट 17.80 करोड़ के करीब है। ऐसे में निगम को अभी तक कुल 37 करोड़ का टैक्स प्राप्त हुआ है। जबकि टारगेट 60 करोड़ का है।
टारगेट से आधी हो रही वसूली निगम के अभिलेखों में करीब 2.80 लाख घरेलू और व्यवसायिक संपत्तियां दर्ज हैं। जिनकी तुलना में हर साल हाउस टैक्स वसूली के लिए करीब 60 करोड़ रुपये का बिल जारी होता है। इस 60 करोड़ के बदले में गत वर्ष 38 करोड़ हाउस टैक्स की वसूली की गई थी। इस बार फरवरी माह तक यह एवरेज 37.3 तक पहुंच गया है। जबकि करीब 240 करोड़ संपत्ति कर बकाया है। ऐसे में निगम को इस बार 50 करोड़ से अधिक की वसूली की उम्मीद है। जीआईएस सर्वे से बढ़ेगा टैक्स नगर निगम ने जीआइएस प्रणाली से घरेलू व व्यवसायिक संपत्तियों की पहचान का काम शुरु किया है। ऐसे में इस प्रणाली से लगभग 80 से 90 हजार नई संपत्तियों के सामने आने की उम्मीद है जो अभी तक टैक्स नही दे रही हैं। निगम का दावा है कि इसके बाद लगभग120 करोड़ हाउस टैक्स की डिमांड हो जाएगी। फैक्ट142 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल है नगर निगम का
2.80 लाख प्रॉपर्टी आती हैं टैक्स के दायरे में 1.17 लाख लोग ही दे रहे हैं हाउस टैक्स 251 करोड़ रुपये हाउस टैक्स बकाया 2.80 लाख घरेलू व व्यवसायिक संपत्तियों से मिल रहा हाउस टैक्स 3.50 लाख घरेलू व व्यावसायिक संपत्तियां हैं निगम के दायरे में वर्तमान में नगर निगम की कुल 973 दुकानें किराये पर हैं, जिनसे हर साल 45 लाख के करीब किराया मिलता है। 29 फरवरी तक हाउस टैक्स वसूली का काम जारी रहेगा। पिछले साल से अधिक टैक्स इस बार मिलेगा इसका पूरा प्रयास है। राजेश कुमार, कर निरीक्षक अधिकारी मेरठ का टारगेट 60 करोड़ रुपये का टारगेट 37 करोड़ रुपये की वसूली कंकरखेड़ा जोन 24.7 करोड़ रुपये का टारगेट 14.50 करोड़ की हो गई वसूली शास्त्रीनगर जोन 18.86 करोड़ रुपये का टारगेट 15.73 करोड़ रुपए की वसूली घंटाघर जोन 17.80 करोड़ रुपये का टारगेट 6.80 करोड़ रुपये की वसूली