-रेंजर्स ग्राउंड में आयोजित हरेला-घी संक्रांद महोत्सव का समापन

DEHRADUN: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हर साल घी-संक्रांद के दिन उत्तराखंडी फूड फेस्टीवल का आयोजन किया जाएगा। वे मंगलवार को रेंजर्स ग्राउन्ड में हरेला-घी संक्रांद महोत्सव के समापन मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि संस्कृति व प्रकृति के समन्वय से ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था का पुनरूद्धार हो सकता है। आगे बढ़ता हुआ उत्तराखंड हम सभी के सामूहिक प्रयासों से ही संभव है।

जननी-शिशु मृत्यु दर में आई कमी

सीएम ने कहा कि प्रकृति ने हमें कई चुनौतियां भी दी हैं। अब ये हमारी काबिलियत है कि हम इन चुनौतियों को किस प्रकार अपनी शक्ति में परिवर्तित करते हैं। लेकिन हमारे यहां संस्कृति व प्रकृति का अद्भुत समावेश है। उन्होंने कहा कि राज्य के जिन क्षेत्रों में मंडुवा का प्रयोग अधिक होता है, वहां जननी व शिशु मृत्यु दर अपेक्षाकृत कम है। कहा, संस्कृति को प्रकृति से जोड़ने को लिए हरियाली कार्यक्रम शुरू करते हुए इसके साथ घी-संक्रांद को भी जोड़ा।

घी-संक्रांद ने ले लिया अभियान का रूप

सीएम ने कहा कि परंपरागत व्यंजन हमारी ताकत है। कोशिश है कि राज्य की एक समन्वित नीति बन सके। ग्रामीण आजीविका का रास्ता यहीं से निकलता है। प्रकृति को संस्कृति से जोड़ने के लिए पिछले वर्ष हरेला-घी संक्रांद उत्सव को संगठित तौर पर मनाए जाने की शुरुआत ने अभियान का रूप ले लिया है। अब लोगों व जनसंगठनों ने इसकी कमान अपने हाथ में ले ली है। इस अवसर पर विधायक ममता राकेश, राजकुमार, मेयर विनोद चमोली, सीएस शत्रुघ्न सिंह, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, सलाहकार संस्कृति रामकुमार वालिया के अलावा धाद के इंद्रमणि व्यास सहित कई मौजूद थे।

सीएम ने किया सम्मानित

सीएम ने समारोह के आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों व अन्य व्यक्तियों को सम्मानित किया। धाद संस्था का भी विशेष आभार व्यक्त किया।

Posted By: Inextlive